‘कोरोना’ संकट केे समय उत्तराखण्ड पाॅवर कारपोरेशन रो रहा “बिल को रोना”
पूरा देश इस वक्त कोरोना के संकट से ग्रसित है। ऐसे में तमाम राज्यों में बिजली-पानी के बिल, स्कूल फीस, बैंको ने EMI तक को कोरोना के संकट इस दौर में स्थगित कर दिये है। वहीं बात उत्तराखण्ड के विद्युत विभाग की जाय तो पाॅवर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक बीसीके मिश्रा ने जनता से बिजली का बिल जमा करने की अपील कर रहे है।
पत्रांक संख्या 3084/प्र.नि./उपाकालि/ओ-1 दिनांक 31 मार्च 2020 के द्वारा यह अपील की गई है कि कोरोना के कारण उत्पन्न स्थिति के को देखते हुए सम्मानित विद्युत उपभोक्ताओं यह कहते हुए अपील की कर रही है कि विद्युत वितरण, पारेषण एवं उत्पादन की सभी संस्थाओं की व्यवस्था को सुचारू बनाये रखने के लिए न्यूनतम धनराशि की आवश्यकता है। संकट की इस घड़ी में निरंतर विद्युत आपूर्ति हेतु धनराशि की उपलब्धता सुनिश्चित रहे, इसके लिए विद्युत बिलों का भुगतान कर दें।
पत्र में यूपीसीएल ने भुगतान के तरीके भी सुझाए हैं, जिसमें वेबसाइट पर जाकर डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग, यूपीआई, आरटीजीएस, एनईएफटी तथा भारत क्यूआर आदि माध्यम सुझाए हैं। इसके अलावा अन्य माध्यम जैसे कि पेटीएम, फोन पे, अमेजॉन पे, गूगल पे, मोबिक्विक ऐप जैसे भुगतान के तरीके दर्शाए हैं। विद्युत विभाग ने लिखा है कि विद्युत उत्पादन पारेषण और विद्युत वितरण इकाइयों को वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक बी सी के मिश्रा ने कहा कि सभी फैक्ट्रियां बंद हैं और उनके कर्मचारी भी बिजली बिल की रीडिंग तथा भुगतान के लिए नहीं जा पा रहे हैं, इसलिए ऑनलाइन पेमेंट ही एक मात्र माध्यम है, वरना उनके विभाग में भी वेतन के भी लाले पड़ जाएंगे। वित्तीय संसाधनों की कमी के कारण भविष्य में निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनाए रखने के लिए दिन प्रतिदिन कठिनाई बढ़ते जाना स्वभाविक होगा।