उत्तराखण्ड मा अब ह्वाळु नैचुरोपैथी डॉक्टरू कु रजिस्ट्रेशन मुख्यमंत्रीन कायी घोषणा
पतंजलि योगपीठ क महामंत्री आचार्य बालकृष्णन अपडु 51 वु जन्मबार जड़ी बूटी दिवस क रूप मा मन्यें। हरद्वार पंतजलि योगपीठ मा उर्यूं कार्यक्रम मा उत्तराखण्ड क राज्यपाल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, अर कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल, डॉ. धन सिंह रावत, अर सुबोध उनियाल न भाग ल्यें।
ऐ मौका फर मुख्यमंत्री व राज्यपाल न योग अर आयुर्वेद से जुड्यां 51 कितबियों कु विमोचन अर पतंजलि क त्यार 51 नै औषधियों थैं भि लॉच कायीं।
ऐ मौका फर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामीन उत्तराखण्ड मा जल्दी हि नैचुरोपैथी डॉक्टरू क रजिस्ट्रेशन करने क घोषणा भि कायी। मुख्यमंत्री न बाबा रामदेव थैं विनती कायी बल पतंजलि कु दुन्या मा सबसे बडु वेलनेस सेंटर बण्यें ज्यां।
राज्यपाल गुरमीत सिंह न योग अर आयुर्वेद मा पंतजलि क कर्यां कामु कामु अर कोसिस क बढ़े भि कायी।
यां से पैळि पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति अर योग गुरु स्वामी रामदवे ने बोलि कि जबरि भारत आजादी कु अमृत महोत्सव मनाणु च तबि प्रधानमंत्री मोदीन भारतीय शिक्षा बोर्ड बणाणा कु ऐतिहासिक काम कैरि द्यायी।
1835 मा जु मैकाले पाप कैरिक ग्यें छायीं वैथें साफ करणा कु काम पंतजलि भारतीय शिक्षा बोर्ड क जरिया करणु च। अब भारत मा नौन्याळु थैं मानस भारतीयता क माफिक त्यार कर्यें जाणु च।