उत्तराखण्ड में एक बार फिर नेतृत्व परिवर्तन की सुगबुहाहट

Uk Dinmaan

उत्तराखण्ड में एक बार फिर भाजपा सरकार में नेतृत्व परिवर्तन की सुगबुहाहट शुरू हो गई है।

बता दें कि भाजपा के दो विधायकों के बागी तेवर दिखाने के बाद मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह से व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से मुलाकात जिसे लेकर लेकर चल रही तमाम चर्चाओं के बीच कल देर रात अचानक मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को दिल्ली से बुलावा आ गया।

पार्टी सूत्रों का मानना है कि न केवल विधायक और मंत्री, बल्कि संघ भी सीएम की कार्यशैली से अब नाराज है।

अभी पिछले दिनों जनता दरबार में शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा को लेकर हुआ विवाद अभी थमा ही था कि सीएम और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक बसपा नेता शहजाद के बेटे की शादी में शरीक क्या हुए उसी दिन से हरिद्वार के कई विधायक सीएम से आग बबूला हो गये। लक्सर के भाजपा विधायक संजय गुप्ता और हरिद्वार ग्रामीण विधायक यतीश्वरानंद खुलेआम अपना विरोध दिया। संजय गुप्ता ने तो सीधे सीएम जुबानी हमला किया। यह सारी सूचना केन्द्रीय नेतृत्व तक पहुंच चुकी है।

उस पर अचानक मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को दिल्ली से बुलावें ने आग में घी डालने जैसा ही काम किया और सत्ता के गलियारों में चल नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा को और हवा दे दी।

सूत्रों की माने तो पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी अब राज्य में बदलाव के लिए तैयार है। पेच सिर्फ मुख्यमंत्री के पद के दावेदार में फंसा है। फिलहाल दौड़ में प्रकाश पंत सबसे आगे है। प्रकाश के पंत के अलावा दो और नाम पर भी चर्चा चल रही है। इसमें सरकार के ही पर्यटन मंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल महाराज व निशंक के नाम पर चर्चा की खबरें छन बाहर आ रही है।

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