समान नागरिक संहिता नियमावली त्यार, कानून से कैथैं बि डरणा जरूरत नी च : शत्रुघ्न सिंह
यूनिफॉम सिविल कोड नियम बणौंण वलि कमेटी न यूसीसी क रिपोर्ट थैं सार्वजनिक कै द्यायी। यूसीसी म कुल 392 अनुच्छेद छन। यूसीसी रिपोर्ट तैं चार भागु म त्यार करै ग्यायी। यूसीसी क पोर्टल पर जैकि रिपोर्टत तैं पढ़ै जै सकदू।
यूसीसी यूनिफॉम सिविल कोड नियम बणौंण वलि कमेटी क सदस्य शत्रुघ्न सिंह न बतै कि समान नागरिक संहिता तैं ब्यटुलौं क भलै ख्ूाणि बण्यें ग्यायी। उन्न बोलि कि या कोसिस करै ग्यायी की ब्यटुला अर आदिम म कै बि तरौं कु फरक नीं हूयां।
शत्रुध्न सिंह न बोलि कि जब यु कानूनन लागू होलु तब क्य होलु? कन्नु विरोध होलु, यु त मि बोलि नी सकदु , यु त भवैष्या पुटगा म। अगर कोर्टा समणि जालु त क्य होलु , मि अबि कुछ नीं जणदु, पर मि इतगा जणदू छौ कि समान नागरि संहिता से कैथैं बि डरणा जरूरत नीं च। हमन इन्नु बंदुबस्त कायी कि जु सब्यौं खूणि असान अर सब्यौं क भलै क वास्ता च। अगर कैथैं इन्न लगदु कि यूसीसी क बणै की कै खास समुदाय तैं दबौंणा या डरौंणा कोसिस करै जाणि च, त एक कतै सच नी च।
पैतृक जैदादा बार म शत्रुघ्न सिंह न बोलि कि समान नागरिक संहिता लागू हूंणा बाद कै बि कुटुम्दरि म झगड़ा नीं होलु। नौनियों तैं बि नौंना क जन्नि जैदाद म अधिकार मिललु।
यूनिफॉर्म सिविल कोड कु मतलब धर्म, जाति संप्रदाय, सर्या देस खूणि एक तरौं कु बन्दुबस्त करण च। यांकु मतलब यो च कि देसा सबि रैवासियों खूणि एक कानून।
बतै दियां कि मुुख्यमंत्री न विधानसभा चुनौ 2022 म यूसीसी लागू करणा क घोषणा कै छायीं जैका बाद 27 मई 2022 खूणि यूसीसी कु डाफ्ट त्यार करणा खूणि एक कमेटी बण्ये ग्यायी।
कमेटी न जनसंवाद कार्यक्रम उर्यें बाद समति तैं 2.33 लाख सुझौव मिलिन। समिति न मिल्या सुझौव पर खूब विचार कायी अर द्वी फरवरी 2024 अपणि रिपोर्ट सरकार तैं द्यायी अर 7 फरवरी खूणि विधानसभा म पास कै अर राष्ट्रपति तैं मंजूरि खूणि भेजि अर 11 मार्च खूणि राष्ट्रपति न मंजूर कै द्यायी।
जैका बाद नियमावली बणौंणा खूणि समिति बण्यें ग्यायी। अर आज 12 जुलै खूणि नियमावली बणौंणा वलि कमेटीन अपणि रिपोर्ट बणै कि सार्वजनिक कै द्यायी। अर अब इन्न उमेद च कि ऐसु साल अक्टूबर तक प्रदेस म समान नागरिक संहिता कानून लागू ह्वे जालु।