“तोरई” के फायदे

“तोरई रक्त शुद्धिकरण के लिए बहुत उपयोगी मानी जाती है। तोरई ब्लड और यूरीन दोनों में शुगर के स्तर को कम करने में मदद करती है। इसलिए यह डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होती है।”

सेहतमंद रहने के लिए हरी सब्जियां खाने की सलाह सभी डाक्टर देते हैं। ताजा हरी सब्जियों की उचित मात्रा आहार में शामिल करने से शरीर में ब्लड का निर्माण होता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। शरीर को रोगों से लड़ने के लिए हीमोग्लोबिन की मात्रा अच्छी होनी चाहिए। रक्त और हीमोग्लोबिन की मात्रा सही रखने के लिए हरी सब्जियों से बढ़कर कुछ भी नहीं है। इसके लिए आप तोरई पर भरोसा कर सकते हैं। हरी सब्जियों की जरूरत अन्य मौसमों की तुलना में अधिक होती है क्योंकि गर्मी के दिनों में हमारे शरीर से पसीना और नमक निकलता रहता है, इस वजह से रक्त की कमी भी अन्य मौसम की तुलना में ज्यादा हो सकती है। तोरई की सब्जी पचने में आसान होती है इसलिए अस्वस्थ व बीमार लोगों के लिए भी यह काफी फायदेमंद होती है। जानते हैं इसके फायदों के बारे में।

डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद-
तोरई ब्लड और यूरीन दोनों में शुगर के स्तर को कम करने में मदद करती है। इसलिए यह डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होती है। तोरई में इंसुलिन की तरह पेप्टाइड्स पाए जाते हैं। इसलिए इसे डायबिटीज नियंत्रण के लिए एक अच्छे उपाय के तौर पर देखा जाता है। इसलिए सब्जी के तौर पर इसके इस्तेमाल से डायबिटीज में फायदा होता है।

वजन कम करने में सहायक-
एक तोरई में लगभग 95 प्रतिशत पानी और केवल 25 प्रतिशत कैलोरी होती है। जिससे वजन नहीं बढ़ता। इसमें संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल की भी बहुत ही सीमित मात्रा होती है जो वजन कम करने में सहायक होती है।

त्वचा संबंधी रोगों में लाभकारी-
यह मुंहासे, एग्जिमा, सोरायसिस और अन्य त्वचा संबंधी रोगों के उपचार में सहायक होती है। कुष्ठ रोग में भी तोरई उपयोगी होती है। तोरई की सब्जी खाने से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। इसके सेवन से रक्त शुद्ध होता है, जिससे त्वचा संबंधी रोगों से राहत मिलती है।

आंखों की रोशनी बढ़ाए-
तोरई में बीटा कैरोटिन पाया जाता है, जो नेत्र दृष्टि बढ़ाने में मदद करता है। अगर आप अपनी आंखों की रोशनी बढ़ाना चाहते हैं, तो अपने आहार में तोरई को शामिल करें।

लिवर के लिए गुणकारी-
लगातार तोरई का सेवन करना सेहत के लिए बेहद हितकर होता है। तोरई रक्त शुद्धिकरण के लिए बहुत उपयोगी मानी जाती है। साथ ही यह लिवर के लिए भी गुणकारी होती है।

अन्य लाभ-
इसका नियमित प्रयोग करने से कब्ज नहीं होती है और पेट भी साफ रहता है। इसके अलावा तोरई पित्त, सांस संबंधी रोगों, बुखार, खांसी और पेट के कीड़ों को दूर करने में भी बहुत लाभकारी है। यह एक सुपाच्य और निरोगी सब्जी है।

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