मुख्यमंत्री धामी सरकार क् तीन साल पूरा, कटकुटा (कठोर) फैसला बणिन धामी क पछ्याण
देरादूण। मुख्यमंत्री धामी तैं मुख्यमंत्री क पद पर तीन साल पूरा ह्वेग्यींन। मुख्यमंत्री धामी कु यु दूसरा कार्यकाल च।
4 जुलै 2021 खूणि पुष्कर सिंह धामी न बारौं मुख्यमंत्री पद क सौं लै छायीं अर 11 मार्च 2022 तक धामी कु पैलु कार्यकाल छायीं। जैका बाद 23 मार्च 2022 खूणि धामी दुबरा प्रदेसा मुख्यमंत्री क कुर्सीम बैठिन।
अपणा तीन सालु कार्यकाल म धामी छ्वीं प्रदेसा हि ना बल सर्या देस मा ह्वींन। धामीक कुछ खास फैसला इन्ना छायीं, जै से धामीक पछ्याण सर्या देसा मा ह्वे। उत्तराखण्डा भलै क वास्ता धामी कड़ा फैसला लिंणम कबि बि पिछनै नी रायीं।
धामी कु सबसे बडु फैसला प्रदेसम यूनिफॉर्म सिविल कोड तैं लागू करण छायीं। उत्तराखण्ड पैलु प्रदेस च जख समान नागरिकता कानून लागू करे ग्यायी। यांका अलावा धामीन प्रदेस नकल विरोधी कानून, धर्म बदलि करण पर धर्मांतरण क खिलाप सखत कानून, दंगारोधि कानून, लैंड जिहाद अर ब्यटुलौं तैं सरकरि नौकरिम 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण जन्न फैसला बि करिन।
मुख्यमंत्री धामीन तीन साल पूरा हूंण पर सर्या प्रदेसा रैवासियों कु अभार बोलि। उन्न बोलि कि देवभूमि उत्तराखण्ड विकास अर प्रदेसा रैवासियों क भलै खूणि खळाखळ काम कायी अर अगनै बि इन्नि काम करणु रौलु।
मुख्यमंत्री न बोलिकि एक तरफि तुष्टिकरण, लैंड जिहाद, क खिलाप काम कायी त दूसर तरफा प्रदेसम समान नागरिक संहिता कानून लागू कैकि देवभूमि कु मूल रुप तैं अगनै बढ़ौंणा क दिसा म काम कायी। त वखि भ्रष्टाचार, नकल माफिया तैं जेल भेजिकि प्रदेसारैवासियों कु भवैष्य तैं बचौंणा कु काम कायी।
धामी सरकार न अपणा तीन सालु म बौत बड़ा-बड़ा काम करिन अर सफल बि हूयीं। यां क बाद बि धामी सरकार समणि अबि बि बौत बड़ी चुनौती छन। जै म सबसे पैल प्रदेस म सखत भू-कानून, अर मूल निवास च। अब धामी भू-कानून पर मूल निवास पर क्य करदन या दख्यण वलि बात च। अर प्रदेस जनता तैं धामी से या उमेद च धामी प्रदेसम भू-कानून पर मूल निवास लागू करला।