नेताओं क यीं दगका-दनकि मा जनता अप्फु तैं ठग्यू समझणि च
सोहन रावत (UKDinmaan)
लोकसभा चुनौ 2024 मा कांग्रेसा स्टार प्रचारक अर बड़ा नेता दिनेश अग्रवालन बि भाजपा क खुचिल मा जैकि बैठिग्येन। दिनेश अग्रवाल न जन्नि कांग्रेस पार्टी बिटि इस्तीफा द्यायी, उन्न कांग्रेस पार्टीन ऊतैं छः साल खूणि पार्टी बिटि निष्कासित कै दे।
दिनेश अग्रवाल तैं कांग्रेसन 1993 अर 1996 मा उत्तरप्रदेशा बगत देरादूण विधानसभा सीट पर चुनौ लड़ै। दिनेश अग्रवाल हरबंस कपूर से चुनौ हारि ग्यीं। उत्तराखण्ड बणणा बाद 2002 अर 2007 मा लक्ष्मण चौक सीट बिणि उन्न नित्यानंद स्वामी तैं हरै। साल 2012 मा तिसर दा उन्न भाजपा का प्रकाश सुमन ध्यानी तैं हरै। साल 2017 मा मोदी लैर मा दिनेश अग्रवाल विनोद चमोली से चुनौ हारि ग्यीं। दिनेश अग्रवाल तैं 2022 मा दुबरा चमोली दगड़ि द्वी-द्वी हत्थ करणा मौका मिलि पर यीं दा बि दिनेश अग्रवाल चुनौ मा हारि ग्यी। इतगा हि ना दिनेश अग्रवाल तैं कांग्रेसन साल 2018 देरादूण नगर निगम चुनौ मा मेयर पद कु उमेदवार बि बणै। दिनेश वख बि हारि ग्येन।
नगर निगम अर द्वी विधानसभा चुनौ हरणा बाद दिनेश अग्रवाल पार्टी म त छायीं पर चुप्प कै कूणा मा प्वड़णा छायीं। नराज दिनेश अग्रवाल तैं हरीश रावत, प्रीतम सिंह अर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा न बौत समझे पर दिनेश नी माना।
अब जब दिनेश अग्रवाल भाजपा मा चलिग्येन। कांग्रेस छवणा जु तर्क जु तर्क दिनेश अग्रवाल दिंणा छन वा बात कैकि गौळ बिटि मूड़ि नी जाणि च। दिनेश ब्वना छन मि बिना लालसा कु मोदी क नीतियों से प्रभावित ह्वेकैकि भाजपा मा अयूं छौ।
त सबसे बडु सवाल हि यौ च कि जै कांग्रेसन दिनेश अग्रवाल तैं पांच बार विधानसभा कु टिकट द्यायी, मंत्री बणै, वु दिनेश आज कांग्रेसा मुण्ड मा अपणि उपेक्षा कु ठिकरु फ्वड़णा छन।
दिनेश अग्रवाल कांग्रेस पर अपणि उपेक्षा कु ठिकरो फ्वोड़ि की बिना स्वार्था भाजपा मा जाणा छन इन्नु कन कैकि ह्वे सकदू?
कहावत च न बल चोर की दाढ़ी में तिनका, आज वा कहावत दिनेश पर सै साबित हूंणि च। दिनेश अग्रवाल अपणि सफै अप्फि दिंणा छन अर ब्वना छन म्यारा फॉर्म हाउस मा कुछ गलत नी च। कैमा बि जांच करै द्यावा।
अबि कुछ दिन पैलि नगर निगम अर राजस्व न नगर निगमा जमीन पैमाइश कायी त ज्वा बात समणि ऐ, वै मा या बात साफ ह्वेकि नगर निगमा 138 हेक्टेयर करीब 1600 बीघा जमीन मा कब्जा च अर अब जमीन मा कब्जा छुड़यें जालु। यी वु बडु़ कारण च की आज दिनेश अग्रवाल भाजपा मा छन किलैकि दिनेश अग्रवाल जणदा छन कि भाजपा मा रै कि क्वीं जांच नी हूंणि।
साफ च दिनेश न कांग्रेस मा सम्मान नी मिलण कारण न, बल डौरा कारण कांग्रेस छोड़ि। दिनेश भुलिग्येन कि पार्टी सिरफ टिकट देंद, वा त जनता हि च ज्वा तुमथैं सम्मान लैक बणाद। आज जतना यु पूछणि च कि जै दिनेश तैं हमन तिन दा चुनाव जीतै अर मंत्री बणै। दिनेश कु सम्माना नौं पर कांग्रेस छवड़णु स्वार्थ नी त क्य च?
दिनेशा भाजपाम जाण से जख भाजपाई बौत खुस छन अर ब्वना छन कि अब त सर्या धर्मपुरा बोट भाजपा क छन। लेकिन ब्याली तक एक दुसरा फर गुगरौण (गुर्राना) वला भाजपा क छ्वटा नेता अर कार्यकर्ता अपडु भवैष्य तै लेकैकि भितरा-भितर कबसेणा छन, इन्नि हलात दिनेश दगड़ि भाजपा म जाण वला कांग्रेसियों का बि छन।
तीन बारा विधायक अर मंत्री दिनेश तैं यी बातिकि बि जवाब त जनता तैं देण प्वाड़लु कि आखिर कांग्रेसन क्य उपेक्षा कायी? क्य अब तुुमथैं भाजपा नगर निगम मेयर कु या फिर चौथी बार विधानसभा मा फटयें कि मंत्री बणालि?
अब दिनेश तैं भाजपा मा कतगा सम्मान मिलदु यु त बगत बतालु। रै बात नफा नुकसाने त ज्वा जनता मुण्डा मा बैठै सकदि वा भ्वां ध्वला मा बि देर नी करदि। पर हाँ इबरि त या बात सै च की नेताओं क यीं दगका-दनकि मा जनता अप्फु तैं ठग्यू समझणि च।