कसूर माफी लैक नीं च . . .
उत्तराखण्ड विधानसभा कु बजट सत्रम संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल न उत्तराखण्डा रैवासियों कु बारम दियूं बयाना बाद सर्या प्रदेसम खूब घपरोळ मच्यूं च। प्रेमचन्द अग्रवाल इस्तीफा त बौत दूर माफी मंगण खुणि बि त्यार नीं छन।
सदनम लखपत बुटोला न हि प्रेमचन्द्र अग्रवाल कु विरोध कायी। अर बोलि कि क्य हम सदन म गाळी खाणा खुणि अयां छौं। उन्न बोलि अपणि क्षेत्रु मा जैकि देखा जनता ब्वनी च कि क्य तुम विधानसभा गाळी खाणा खुणि ज्या छौं।
ऐ मामलु मा विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी न जन लखपत बुटोला तैं तैं अपडु गिच्चु बन्द करणा खुणि बोलि अर अपड़ि कुर्सी बिटि खडु ह्वेकि बोलि ऋतु खण्डूड़ी पर बि सवाल खड़ा हूंणा छन कि आखिर उन्न प्रेमचन्द्र अग्रवाल कु उत्तराखण्डा लोगु तैं गाळी देंणा कु विरोध किलै नी कायी अर प्रेमचन्द्र अग्रवाल से माफी मंगणा खुणि किलै नीं बोलि?
विधानसभा अध्यक्ष तैं प्रेमचंद तै उत्तराखण्ड तैं गाळी दिंददा हि टोकण चैंद छायीं अर माफी मंगणा खुणि ब्वलन चैंद छायीं त प्रदेसम इन्नु घपरोळ नीं हूंद।
आज सर्या प्रदेस विधानसभा अध्यक्ष से बि यीं बात से नराज च कि उन्न जन्न लखपत बुटोला तैं चुप करै, उन्न प्रेमचन्द अग्रवाल दगड़ि किलै नीं कायी। यीं कारण च आज विधानसभा अध्यक्ष कु बि जगा-जगा विरोध हूंण च।
अर विधानसभा अध्यक्ष तैं प्रदेसा जनता तैं अपणि सफै दिंणि प्वड़णु च अर ब्वन प्वड़णु चकि मि बि खलीस पहाड़ी छौ, मिथैं पहाड़ी नीं समझणु मि दगड़ि निसाब नीं च। मि एक फौजी की नौनि छौ, अनुशासन बीच जा पळि-बढ़ि हूयूं छौं। पर सवाल त यौं हि च विधानसभा अध्यक्ष तैं यु अनुशासन प्रेमचन्द अग्रवाल पर दिखौंणा छायीं ना कि लखपत बुटोला पर।
लखपत बुटाला न जु विधानसदनम क्य गलत कायी ऊंकी नराजगी सै च। सवाल ऊ भाजपाई अर कांग्रेसी विधायकु पर च कि आखिर सदन मा उन्न उत्तराखण्डा रैवासियां कु से अपमान कु घुंट चुप कैकि पै ल्यायी। यां से जादा ऊ घुच्चु (निठल्ला) कांग्रेसी विधायक छन जु लखपत बुटोला दगड़ि खड़ा नीं ह्वायी, उ विधायकु न सदन कु बहिष्कार किलै नीं कायी? आज हरेक उत्तराखण्डी कांग्रेस से यु सवाल पूछणु च।
यामा सबसे बड़ी बात वा च कि भाजपा प्रदेस अध्यक्ष अर बड़ा नेता बि प्रेमचन्द्र अग्रवाल तैं बचौंणा कोसिस करणा छन। प्रदेस अध्यक्षत उल्टा ऊ लोगु पर हि कानूनी कारवै करणा बात करणा छन जु सोशल मीडिया पर प्रेमचन्द्र अग्रवाल पर माफी मंगणा कु दबौ बणाणा छन। त कुछ नेता त उत्तराखण्डा मूल रैवासियौं पर हि सवाल खड़ा करणा छन अर अप्फु तैं हि बिहार बिटि अयां बतौंणा छन।
एक तरफा जख सर्या भाजपा प्रेमचन्द अग्रवाल तैं बचौंणा मा लगि च। त वखि प्रेमचन्द अग्रवाल न उत्तराखण्डियों पर भावनौं से ख्यलणा छन अर कैमरा लेकैकि माँ गंगा से निसाब मंगणा छन। प्रेमचन्द माँ गंगा से निसाब मंगणा छन अर यांकु जिम्मेबार विपक्ष अर प्रदेसा लोगु तैं बतौंणा छन। उ ब्वना छन कि म्यारू ब्वन कु लोगुन गलत मलबल निकालि, विपक्ष समाज तैं बंटणा कोसिस करणु च। प्रेमचन्द मां गंगा तैं बतौंणा छन कि मि चार बार कु विधायक छौ, इल्लै मितैं माफ कै द्यावा। अब क्य यु मां गंगा तैं बतौंणा जरुरत कि मि चार बारा विधायक छौं, यांक मतबल तुम खुद हि समझि ल्यावा।
हां इतगा जरुरी च कि उत्तराखण्डा लोगु तैं उत्तराखण्डा बारम कै तैं बि चाहे वु राजनैतिक मनखि हि हूंया कैतै क्वीं अधिकार नीं च। अर खास कैकि इन्ना जिम्मेबार पदु पर बैठ्यां लोगु तैं अपणि भाषा अर बरताव पर चंख रैंण चैंद। प्रेमचन्द अग्रवालन सदन मा उत्तराखण्डियौं तैं गाली द्यायी यांकी आलोचना सबि उत्तराखण्डियौं तैं करण चैंद। उन्न त प्रेमचन्द अग्रवाल कु कसूर माफी लैक नीं, पर यांका बाद बि प्रेमचन्द्र अग्रवाल तैं त नाक रगड़ि कि सर्या उत्तराखण्ड से मांफी मंगण चैंद, तबि माँ गंगा बि ऊंतैं माफ कारली।