थराली के बागी बने कांग्रेस की जीत की राह में रोड़ा
चमोली में जिला पंचायत अध्यक्ष सीट के लिए कांग्रेस ने रजनी भंडारी पर दांव खेल है। मगर इस पद को लेकर जिले के कांग्रेसी दो गुटों में बंट गये हैं। दोनों गुट अध्यक्ष पद की कुर्सी पर अपना-अपना दावा ठोक रहे हैं। बता दें कि जिला पंचायत सदस्यों की संख्या के लिहाज से कांग्रेस यहां जीत की स्थिति में है लेकिन जिस तरह से दोनों गुट अपनी-अपनी दावेदारी पर अड़े हुये हैं उससे कांग्रेस के हाथ आई बाजी फिसलती नजर आ रही है। वहीं दूसरी भाजपा कांग्रेस के बागी हुए पंचायत सदस्यों में डोर डाल नहीं।
चमोली जिले में सदस्य जिला पंचायत के कुल 26 पद हैं। ऐसे में अध्यक्ष पद पर जीत के लिए कुल संख्या के आधे से एक अधिक की जरूरत होती है यानि जीत के लिए 14 जिला पंचायत सदस्य चाहिए। कांग्रेस के पास सदस्यों की संख्या 16 है इसलिए उसके प्रतयाशी को जीत मिलनी तय है लेकिन पार्टी के भीतर अध्यक्ष पद पर दावेदारी को लेकर दो गुट बन गये हैं।
जहां पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र भण्डारी अपनी पत्नी रजनी भण्डारी को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए सदस्यों की घेराबंदी में लगे हैं। उनके पक्ष में फिलहाल 4 सदस्य बताये जा रहे हैं। दूसरी ओर पिण्डारी घाटी से जीते कांग्रेस पृष्ठभूमि के 8 सदस्य हैं, जो चाहते हैं कि उनमें से किसी एक को अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया जाये। इन 8 सदस्यों को नेतृत्व सूना वार्ड से जीते देवी जोशी कर रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा के पास फिलहाल महज 10 सदस्यों का संख्या बल है। भाजपा की नजर कांग्रेस की गुटबाजी पर लगी हुई है और वो मौका मिलते ही इसका लाभ उठाना चाहती है।
ऐसे में कांग्रेस और कांग्रेस से पूर्व मंत्री राजेन्द्र भण्डारी व भाजपा से विधायक महेन्द्र भट्ट ने बागियों को अपनी पक्ष में करने के लिए मोर्चा सभाला रखा है और मान मनोव्वल की कोशिशें जारी है।
लेकिन थराली विधानसभा क्षेत्र के पांच बागियों को मनाने में अभी तक कामयाबी नहीं मिली।
सीधे-सीधे जिला पंचायत अध्यक्ष की दावेदारी कर रहे थराली विधानसभा क्षेत्र के पांच जिला पंचायत सदस्य आज भी अलग ही रणनीति बनाते रहे। इन सदस्यों ने ऐलान किया है कि वे शनिवार को गोपेश्वर पहुंच रहे हैं और अध्यक्ष व उपाध्यक्ष दोनों ही पदों के लिए नामांकन करेंगे। कांग्रेस से अध्यक्ष की कुर्सी मांग रहे इन सदस्यों ने अभी भी अपनी जिद नहीं छोड़ी है और इनके साथ थराली के विधानसभा क्षेत्र के अन्य कांग्रेस नेता भी मौजूद हैं। पांच सदस्यों में सवाड़ वार्ड की आशा धपोला, सूना से देवी जोशी, कोटली के लक्ष्मण सिंह रावत, चैंडा की महेश बबीता त्रिकोटी व विनायक की भागीरथी रावत शामिल हैं।
थराली के पूर्व प्रमुख व सदस्यों के साथ मौजूद सुशील रावत ने बताया कि अध्यक्ष पद के लिए सूना के देवी जोशी नामांकन करेंगे और उपाध्यक्ष पद के लिए कोटली के लक्ष्मण सिंह रावत पर्चा भरेंगे।
द्रोण होटल में मौजूद कांग्रेस के इन सदस्यों को अपने पाले में लाने के लिए भाजपा के नेता भी पहुंचे। भाजपा की ओर से जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल व बदरीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट गये। उनके साथ अध्यक्ष पद के प्रत्याशी बनाये गये योगेन्द्र सेमवाल, विनोद नेगी व कुछ अन्य नेता भी थे। भाजपा के दल ने कांग्रेस के इन सदस्यों से समर्थन मांगा तो उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया कि भाजपा उन्हें ही समर्थन दे दे।
वहीं राजेन्द्र भंडारी के सामने भी उन्होंने वही बात दोहरायी जो भाजपा के नेताओं से कही। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष थराली से क्यों नहीं हो सकता।
वर्तमान में सदस्यों की जो स्थिति सामने आयी है उसके अनुसार भाजपा के पास 10 सदस्यों का समर्थन दिख रहा है, जबकि कांग्रेस से दावेदारी कर रहे पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह भंडारी ने 11 सदस्यों का समर्थन दिखाया है।
वहीं बागियों का कहना है कि इस स्थिति को देखते हुए चाबी उनके हाथ में है। हालांकि बागवत को दबाव की राजनीति भी माना जा रहा है। ताकि कम से कम उपाध्यक्ष तो इनमें से कोई एक बन ही जाए।
‘‘ये सभी हमारे साथी हैं। मेरी उनसे बात हुई है। वे हमारे साथी हैं और मुझे भरोसा है कि वे अंततः हमारे ही साथ खड़े होंगे।’
– राजेन्द्र भंडारी