डाॅ देवेश्वर भट्ट ने कि थी सूरत से प्रवासियों को ‘रेल’ से भेजनेे की व्यवस्था
दून। उत्तराखण्ड में जहां नेताओं के बीच ट्रेन चलाने को लेकर श्रेय लेने की होड़ लगी है। वहीं गुजरात में एक शख्स ऐसा है जो गुजरात में फंसे उत्तराखिण्डयों की हर सम्भव मद्द कर रहा है। इस शख्स का नाम है डाॅ. देवेश्वर भट्ट।
डाॅ देवेश्वर केशवानन्द भट्ट गुजरात में उत्तराखण्डी समाज का प्रतिनिधित्व करते है।
डाॅ. भट्ट ने गुजरात में रह रहे उत्तराखण्डियों प्रवासियोें की हर सम्भव मदद ही नहीं बल्कि सूरत से काठगोदाम व सूरत से हरिद्वार तक आने के लिए दो रेलगाड़ी की व्यवस्था भी की।
डाॅ देवेश्वर भट्ट की बेटी सपना भट्ट ने फेसबुक पर हाथों में रेल टिकट दिखाते हुए अपने पापा का इंटरव्यू शेयर किया है।
इंटरव्यू डाॅ भट्ट का साफ कहना है कि उन्होंने व उनके साथियों द्वारा सूरत से हरिद्वार व सूरत से काठगोदाम तक दो ट्रेनों की मंजूरी ली है। जिसमें 2400 लोग यात्रा कर सकते है। उनका साफ तौर पर कहना है कि उन ट्रेनों से गढ़वाल मण्डल व कुमाऊँ मण्डल दोनों के प्रवासी अपने घर वापसी कर सकेंगे। प्रवासी उत्तराखण्डियों भाइयों के लिए यात्रा के दौरान भोजन व्यवस्था, रेलवे स्टेशन पहुंचने तक बस की व्यवस्था के साथ ही पूरी ट्रेन के यात्रियों के टिकट की पूरी व्यवस्था भी की है। वहीं उनका कहना है कि इसके अतिरिक्त हमें और ट्रेनों की मंजूूरी लेनी की जरूरत पडे़गी।
डाॅ भट्ट का कहना है कि ट्रेन की व्यवस्था के लिए वह एक हफ्ते से प्रयासरत थे साथ ही उन्होंने सरकार व गुजरात प्रशासन की सराहना की और धन्यवाद दिया।
डाॅ साहब ने प्रवासी उत्तराखंडियों के लिए बीते दिनों में जितनी मेहनत की हैं उसकी जितनी प्रसंशा की जाएँ कम हैं।
वहीं उत्तराखण्ड जनमानस भी डाॅ देवेश्वर भट्ट का कृतज्ञ है। साथ ही प्रवासियों के लिए ट्रेन चलवाने के लिए डाॅ भट्ट की मेहनत एवं प्रवासी उत्तराखण्डियों के लिए 1200 रेल टिकट निःशुल्क उपलब्ध कराने के लिए हार्दिक आभार एवं धन्यवाद भी कर रहा है।