दिल्ली रेल स्टेशनम छतराड़ , आखिर जिम्मेबार कोच च ?
नै दिल्ली रेल स्टेशनम हूयीं छतराड़ (भगदड़) मा 18 लोग मोरि ग्येन। इन्न मा सवाल उठणा छन कि रेल स्टेशन मा सुरक्षा बन्दोबस्ता जिम्मेबरि कैकि च। स्टेशन मास्टर, आरपीएफ अर जीआरपी म बिटि कैका कांधों पर इन्नि घटना तैं रवक्णा जिम्मेबरि च। या घटना उबरि ह्वे, जब लोग एक खास रेलगाड़िक औंणा की जग्वाल करणा छायीं, जन्नि रेलगाड़ी औंणा कु बगत ह्वे, त अचाणचक स्टेशनम लोगु कु भिवड़ाट ह्वेग्ये। यीं भिवड़ाटम 18 लोगु मोरिग्येन अर कतैग लोग घैल ह्वेग्यीन।
ह्वे इन्नु की प्रयागराज जाण वलि स्पेशल रेलगाड़ी तैं प्लेटफॉर्म नंबर 12 पर औंण छायीं पर अचाणचक प्रयागराज रेलगाड़ी तैं प्लेटफॉम 16 म आणा घोषण करे ग्यायी। इन्न मा 12 नंबर का सबि जातरी प्लेटफॉर्म 16क तरफां भजण बैठिग्येन अर यीं भिवड़ाटम लोग एक्केलेटर व सीढ़ी बिटि भ्वा लमड़ि ग्येन।
भगदड़ से पैलि रेलवे न एक घण्टा मा 1500 सौ से जादा टिकट बेचि दींन। जै कारण रेल स्टेशन मा लोगुकि भीड़ बढ़िग्ये। यांका अलावा प्रयागराज जाण वलि द्वि रेलगाड़ी तैं नीं भ्यजे ग्यायी। यीं कारण छन कि रेलवे विभाग पर सवाल उठणा छन।
यीं घटना से भारतीय रेला सुरक्षा बन्दोबस्त मा हूंयी लापरवै समणि ऐग्ये, यीं घटना से साफ दिख्येणु च यखम रेलवे क लापरवै च, इन्नि घटना से बचै जै सकदु छायीं। यखम रेल ही ना बल प्रदेस अर केन्द्रीय प्रशासन बि जिम्मेबार छन किलैकि भारतीय रेला वास्ता सुरक्षा बन्दुबस्त सरकार तरफां बिटि हूंद। इन्न मा रेल स्टेशनम सुरक्षा बल अर पुलिस हूंदि यीं घटना तैं रक्वे जै सकदु छायीं।
इन्न मा बडु सवाल खड़ु हूंण च कि क्य रेल विभाग तैं पता नीं छायीं कि नै दिल्ली रेल स्टेशनक क्षमता इतगा भीड़ तैं झय्लण की नीं च? क्य रेल विभाव तैं पता नीं छायीं कि रेलम कतगा सीट आरक्षित छन अर कतगा जनरल सीट छन? रेल विभाग तैं या सबि जाणकारी हूंदन यांका बाद बि रेल विभागन टिकट बेचणा कु काम लगातार कायी पर भीड़ तैं रवक्णा कु काम अर सुरक्षा कु क्वीं बन्दोबस्त किलै नीं कायी।
सवाल त इन्न बि खड़ा हूंणा छन क रेलवे जैदादा रक्षा करण वळा आरपीएफ अर जीआरपी के जवान कख छायीं। जौंका कंधों पर रेलवे क जैदाद, यात्री क्षेत्र अर जातरियों की सुरक्षा की जिम्मेबरि हूंद।
सवाल रेलवे अप्सरू पर बि छन जौन रेल स्टेशन पर भीड़ बढ़ण बाद जातरियों तैं कम करणा वास्ता टिकट बेचणा कु काम बंद किलै नी कायी। वखि स्टेशन पर क्षमता से जादा जातरि औंण पर या खबर अपणा बड़ा अप्सरु तैं किलै नी दिये ग्यायी।
साफ च की रेलवे अप्सर, आरपीएफ अर जीआरपी कैन बि सै कदम नी उठे, अर रेलवे अप्सरु न त प्लेटफॉर्म तैं बदलि कै कि हादसा तैं हौरि बढ़ावा हि द्यायी। किलैकि स्टेशन म जब कि क्वीं इन्न घटना हूंद त यीं भिवड़ाट कु कारण रेल कु प्लेटफॉर्म बदलि करण हि हूंद।
यांका दगड़ि यीं घटना का वास्ता लोग बि जिम्मेबार छन पर इन्नु पूरि तरौं नी ब्वले जै सकदु। हां इतगा जरूरी च की जातरियौं तैं इन्न स्थितिम कतै रगरयाट नीं करण चैंद अर इन्न स्थिति से बचण कोसिस अर प्रशासना की सलाह तैं मनण चैंद। सवाल च यौं बि च क्या सुरक्षा क सर्या बन्दोबस्त वीआईपी, नेता फिल्मस्टार अर बाबा लोखु खुणि हि छन। आखिर आम मनखि क सुरक्षा जिम्मेबरि कैकि च?
अब इन्न मा इन्नि घटना ऐ बचणा वास्ता रेल स्टेशनु मा जातरी सुरक्षा बन्दोबस्ता की समीक्षा करणा दरकार च, जनकैकि भवेष्यम इन्न घटना नीं हूयां।
आम लोखु क सुरक्षा बन्दोबस्त म सुधार अर जिम्मेबरि केवल प्रशासन क जिम्मेबरि हि नीं च, यां मा हम सबि अर सर्या समाजै लोगु क जिम्मेबरि बि च। लोगु तैं इन्न बगत टुप्प (शांत) रैकि काम करणु सिखण प्वाड़लु अर जब तक हम सबि मिलकैकि इन्न मुद्दों पर काम नीं करला तब तक आम मनखि की सुरक्षा पर सवाल हूंणा हि राला। दगड़ा-दगड़ि दिल्ली रेलस्टेशनम हूंयी या घटना आम मनखि सुरक्षा तैं लेकै कि हम सब्यौं का वास्ता एक सबक बि च हमतैं अपणि जातरी सुरक्षा का बन्दोबस्त तैं हौरि कटकुटु करणा दरकार च।