कौशल विकास, आजक जरुरत
उत्तराखण्ड प्रदेस सरकार न प्रदेसा ज्वान नौन्याळु तैं रोजगार देंणा वास्ता कै योजना सुरू करि छन। जैमा अब ‘रोजगार प्रयाग पोर्टल’ अर युवा उत्तराखण्ड ऐप तैं बि सामिल ह्वै ग्यायी। अब सरकारि विभागु मा आउटसोर्स क जरिया भ्वरें जाण वला पदु क बारा मा सबि जाणकारि पोर्टस पर मिलि जाली। यांका दगड़ मा कौशल विकास अर सेवायोजन विभाग अर आईआईटी रुड़की क बीच मा एक एमओयू पर दस्तकत बि कर्यें ग्यीन। यांका जरिया आईआईटी रुड़की क तकनीकी विशेषता अर प्रदेसा युवा श्रमशक्ति क कौशल क्षमता कु विकास करणा क बारा मा करार ह्वै। सरकारै या कोसिस प्रदेसा ज्वान नौन्याळु तैं अपड़ि क्षमता तैं विकसित कैकि अगनै बढ़ौंणा मा मदत काराली।
पैल्यां जमना मा लोेग अपड़ा हथ कु काम करणा मा विश्वास करदा छायीं अर अपड़ा ब्वै-बुबा कु काम तैं पीढ़ी दर पीढ़ी अगनै बढ़ौंदा रैन्द छायीं अर वीं ऊंकु रुजगार कु साधन छायीं पर अजकाळा जमना मा इन्नु नीं च। अजकाळा जमना मा सब्यौं तैं सरकारि नौकरि च्येंणि च।
या बात सै च बल ज्वानु तैं रुजगार देंणु सरकारै पैलु कम हून्द पर या बात बि सै च कि सबि ज्वान नौन्याळु तैं सरकार, सरकरि नौकरि नी दे सकदि। हां सरकार ज्वानु नौन्याळु क कौशल विकास तैं विकसित कैकि ऊंथैं अपडु काम करणा खूंणि प्रोत्साहित कै सकदि अर यां खूंणि केन्द्र अर प्रदेस सरकार लगातार कोसिस करणि च।
साल 2015 मा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) तैं सुरू करणा कु सरकारा मकसद यीं छायीं कि देसा ज्वान नौन्याळु तैं अपडु स्वरोगार अप्फि करणा खूंणि तय्यार कर्यें ज्यां। साल 2016 मा स्टार्टअप इंडिया योजना , साल 2016 मा स्टैंड अप इंडिया योजना सुरू कर्ये ग्यायी। यीं योजना कु उद्देश्य ब्यटुलौं अर एससी/एसटी तैं 10 लाख रुप्यौं कु करजा क सुविधा अर अपडु रुजगार लगौंणा खूंणि 1 करोड़ रुप्या करजा देंणु छायीं।
यी कड़ी मा उत्तराखण्ड प्रदेस सरकारन बि आईआईटी रुड़की क तकनीकी विशेषता तैं प्रदेस श्रमशक्ति कु कौशल विकास क्षमता तैं बढ़ौंणा खूंणि एमओयू पर दस्तकत करिन। यां मा पैलि कंस्ट्रशन सेक्टर मा काम करणा वलि श्रमशक्ति तैं उच्च स्तरीय अपस्किलिंग करणा खूंणि आईआईटी रुकड़ी मदत करालु। त वखि माइक्रोसाफ्ट डिजिटल स्किल तैं प्रशिक्षण देलु।
प्रदेस सरकारा या पहल बौत अच्छी च किलैकि प्रदेस विकास खूंणि प्रदेसा ज्वान नौन्यालु क क्षमता अर कौशल विकास कु विकास करण बौत जरूरी च, किलैकि कौशल विकास क जरिया ज्वानु तैं अपडु काम करणा खूंणि प्रोत्साहित कैकि हि स्वरोजगार तैं अगनै बढ़यें जै सकदु।