शत्रुघ्न सिन्हा ने मोदी सरकार पर किया हमला, कहा मैं वन मैन शो के खिलाफ
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भाजपा के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने आज एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से ‘वन मैन शो’ और ‘टू मेन आर्मी’ के खिलाफ हैं।
मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ शत्रुघ्न सिन्हा अक्सर तीखी टिप्पणी करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ‘पार्टी किसी आदमी से बड़ी होती है लेकिन देश पार्टी से बड़ा होता है।’ सिन्हा ने कहा, ‘इसलिए, मैंने जो कुछ कहा है और किया है, वह देश के हित में है और निश्चित रूप से खुद के हित में नहीं है। अब तक मैंने कभी अपने लिए किसी फायदे की बात नहीं की है।’
शत्रुघ्न ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि “मौजूदा शासन में किसी से भी तीन मंत्रियों का नाम पूछें। वह पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी का नाम लेंगे, इसके बाद अमित शाह जी का जो कि मंत्री नहीं हैं और उसके बाद वे अटकने लगते हैं।
बीजेपी नेता ने कहा कि देश के लोगों को रोजगार और बेहतर सुविधाओं की जरूरत है, न कि वादों और जुमलों की। उन्होंने कहा मैं उनके (मोदी) खिलाफ नहीं हूं। मैं व्यक्तिगत रूप से वन मैन शो और टू मेन आर्मी के खिलाफ हँूं। वे देश को चला रहे हैं। यह कैसी स्थिति है।’
सिन्हा ने कहा कि कुछ लोगों ने उनसे सवाल किया कि एक अभिनेता होने के नाते, वह नोटबंदी, जीएसटी जैसे मुद्दों पर अपनी राय क्यों दे रहे हैं। उन्होंने कहा, अगर कोई टीवी एक्ट्रेस मानव संसाधन विकास मंत्री बन सकती है और एक चाय बेचने वाला, हालांकि वह कभी नहीं थे, लेकिन मीडिया प्रचार…, इस ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं कर सकता।’
शत्रुघ्न ने कहा, “नोटबंदी के सदमे से लोग उबर भी नहीं पाए थे कि तब तक आपने पेचीदा जीएसटी लागू कर दिया जो कि नीम पर करेला साबित हुआ। डिजिटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, मेक इन इंडिया, मेड इन इंडिया। अरे सबका मतलब एक ही होता मेड इन चाइना। आज तो वही बिक रहा है यहां पर। बातें किए जाओ।
अपने उपर लगाए जा रहे उस आरोप कि उन्हें केंद्र में मंत्री नहीं बनाए जाने के कारण वे पार्टी के खिलाफ बोल रहे हैं, शत्रुघ्न ने कहा कि ये बहानेबाजी करते हैं। मुझे कुछ नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया था, लेकिन आश्चर्य की बात है कि किसानों के साथ बर्बरता की जा रही है, उन पर लाठियां बरसाई जा रही है।
(इनपुट : भाषा)