सरकरि अस्तपाल, इन्न मा कनकैकि जितला जनता कु भरोसु
उत्तराखण्ड स्वास्थ्य विभाग क महानिदेशक डॉक्टर शैलजा भट्ट थैं गाड़िळ टक्कर मारि दे। जै कारण ऊंका खुट्टा मा चोट लगिग्यें। जैका बाद डीजी अपडु खुट्टा कु इलाज करणा खुंणि प्राइवेट अस्पताल मा क्या ग्यें कि प्रदेस मा राजनीतिक पार्टियों न ईं बात पर अपड़ि टणाक (नाराजगी) दिख्यें अर सरकार अर डीजी पर हमलावार ह्वैग्यें। राजनैतिक पार्टी ऐ बारा मा राजनीति कैरि सकदन किलैकि राजनीति ऊंकु हक च। राजनैतिक दळु क टणाक च बल स्वास्थ्य विभागा क डीजी अपड़ा खुट्टा कु ईलाज खूंणि प्राइवेट मा किलै कराणि च?
त यखम सवाल प्राइवेट अस्पताल मा इलाज करणा कु कतई नि हूंण चैं? किलैकि जब प्रदेस सरकार क रैवासियों खूंणि साल मा पांच लाख रूप्यौं क इलाज प्राइवेट मा करणा कु खरचाा देंणि च। अर प्रदेस मा आम मनखि भि छ्वटु-म्वटु इलाज प्राइवेट अस्पतालु मा जैकि आयुष्मान योजना कु फैद लिंणु च। इन्न मा हम कैन कैकि अर कै फर अंगुला उट्ठे सकदो कि वु प्राइवेट अस्पतालु मा जै कि अपुड़ इलाज किलै कराणु च।
हमथैं या बात भि स्वचण चैंद कि डीजी मा आखिर क्या नि च, रुप्या, रुतबा बस छन। अर यांक बाद भि ऊंकी सर्या बिमरि कु खरचा भि सरकार हि देली त इन्न मा समझें जै सकदु कि डीजी थैं अपडु इलाज प्राइवेट अस्पताल मा कराणा कु हक किलै नि हूंण चैंद।
यखम सवाल भरोसु क हूंण चैंद? सवाल प्रदेस मा खराब स्वास्थ्य सेवाओं क हालत कु हूंण चैंद? सवाल जिम्मेबरि कु हूंणि चैंद? सवाल यू हूंण चैंद कि प्रदेस मा इन्न खराब स्वास्थ्य सेवा खूंणि जिम्मेबार क्वो च?
अबि कुछ दिन पैळि परिवहन मंत्री चंदन रामदास त रेखा आर्य न अपडु इलाज प्राइवेट अस्पताल मा हि करैं छायीं। साफ च कि जब हमरा मंत्री अर अफसरू थैं हि अपड़ि स्वास्थ्य सेवावु पर भरोसु नि च। अर जौ थैं स्वास्थ्य विभाग क जिम्मेदरि दिये ग्यें ऊथैं हि अपड़ा अस्तपाळु मा, अपड़ा डॉक्टरू फर भरोसु नि च। या बात प्रदेस खूंणि बौत झुरौंण वलि च अर स्वचण वळि च जब स्थायी राजधानी देरादूण क अस्पताळु पर हि हमरा माननीय अर जिम्मेदारू थैं भरोसु नि च, त इन्न मा या बात समझे जै सकद बल पाड़ मा अस्तपाळु क क्या हाल होला?
अर जब हमरा माननीय अर जिम्मेदार अफसरू थैं हि अपड़ि सरकरि स्वास्थ्य सेवावु पर विश्वास हि नीं होलु त इन्न मा सरकरि अस्तपालु मा जनता कनकैकि भरोसु कराली।