देश भर में फैला है ड्रग्स के कारोबार, होता है 140,000 करोड़ का व्यापार
नई दिल्ली। देश के अलग-अलग हिस्सों में ड्रग्स पहुंचाने और उनका व्यापार करने वाले 142 सिंडिकेट्स एनसीबी के निशाने पर हैं। एनसीबी ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि ये 142 सिंडिकेट्स 140,000 करोड़ के हेरोइन का व्यापार करते हैं और करीब 2 करोड़ लोग इनका सेवन करते हैं। एनसीबी की ओर से यह चैंकाने वाले आंकड़े ऐसे समय पर दिए गए हैं, जब सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड के कई कलाकार ड्रग्स केस में घिरे तो उधर कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में भी इसकी पड़ताल चल रही है।
एनसीबी के मुताबिक, सिंडिकेट्स अरबों के इस अवैध कारोबार में अहम भूमिका निभाते हैं और इनके लिंक पश्चमी यूरोप, कनाडा, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अमेरिकी देशों, पश्चिमी एशिया से हैं। एनसीबी का अनुमान है कि 360 मीट्रिक टन रिटेल क्वॉलिटी हेरोइन और 36 मीट्रिक टन होलसेल क्वालिटी हेरोइन, जोकि अधिक शुद्ध होता है, को देश के अलग-अलग शहरों में बेचा जाता हैै। हर दिन करीब 20 लाख लोग 1,000 किलो हाई क्वालिटी हेरोइन का नशा करते हैं।
पंजाब ड्रग तस्करी का केंद्र बना हुआ है. पिछले साल राज्य से 15,449 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि देश के 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 74,620 लोग नारकोटिक्स ड्रग्स और साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेज (ऐक्ट के तहत पकड़े गए. इसी तरह 2020 में कुल 18,600 लोगों में से 5,299 लोगों को गिरफ्तार किया गया। केंद्रीय जांच एजेंसी ने हाल ही में इन तथ्यों को गृहमंत्री अमित शाह के साथ साझा किया है. बताया जा रहा है कि गृहमंत्री ने सिंडिकेट्स पर कार्रवाई का आदेश दिया है।
परंपरागत रूप से भारत में हेरोइन की सबसे अधिक तस्करी भारत-पाकिस्तान सीमा, पंजाब और जम्मू कश्मीर से होती है, जहां से इन्हें देश के दूसरे राज्यों में भेजा जाता है। एनसीबी के मुताबिक, केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में करीब 10 बड़े ड्रग सिंडिकेट हैं। कतर में मौजूद एक सिंडिकेट मुख्य रूप से कासरगोड, कन्नूर (केरल), कोडगू, मंगलुरु (कर्नाटक), हैदराबाद, बेंगलुरु, मुंबई, गोवा, चेन्नई और दिल्ली में मौजूद तस्करों को कोकीन, हेरोइन सप्लाई कर रहा है. एनसीबी ने कतर नेटवर्क से जुड़े कम से कम 14 केस दर्ज किए हैं।