उत्तराखंड की जनता के हक के लिए लडूंगा : कर्नल कोठियाल
सतपुली/देहरादून। रोजगार गारंटी यात्रा के तीसरे चरण में आम आदमी पार्टी की रोजगार गारंटी यात्रा आज चौबट्टाखाल विधानसभा के अंतर्गत सतपुली बाजार पहुंची, जहां पहुंचते ही एक भारी जनसूमह बाजार में उमड़ा और उन्होंने कर्नल कोठियाल का गर्मजोशी से स्वागत किया। लोगों ने और आप कार्यकर्ताओं ने उनका फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद सतपुली बजार से रोजगार यात्रा के रोड शो का शुभारंभ हुआ।
इस दौरान भारी तादाद में पहाड़ की महिलाओं,युवाओं का हुजूम , इस यात्रा में कर्नल कोठियाल के साथ नजर आया । यात्रा के दौरान आगे आगे महिलाओं का हुजूम, हाथ में तिरंगा और आम आदमी पार्टी का झंडा लहराते हुए ,एकजुट होकर कर्नल कोठियाल के समर्थन में उतर आई। उनके पीछे कर्नल कोठियाल वाहन पर सवार होकर स्थानीय जनता का अभिवादन करते हुए नजर आ रहे थे। वहां चारों तरफ लोगों का भारी संख्या में पहुंचना इस यात्रा को और भी ज्यादा भव्य बना रहा था। कर्नल कोठियाल ने हाथ हिलाते हुए और बुजुर्गों को प्रणाम करते हुए सभी का अभिवादन किया। कई जगह पर कर्नल कोठियाल ने अपने ही अंदाज में छोटे छोटे बच्चों को भी सैल्यूट किया। बाजार से गुजरता हुआ ,उनका काफिला सैकडों लोगों की तादाद के साथ आगे बढता रहा, जैसे जैसे यात्रा रथ सतपुली बजार में आगे बढा, जनता का काफिला भी कर्नल कोठियाल के साथ बढ़ता चला गया। इस दौरान कर्नल कोठियाल पर जगह जगह फूलों की बारिश कर उनका स्वागत किया।
सतपुली बाजार में विशाल रोजगार अधिकार जनसभा का आयोजन किया गया जिसमें कवि शहनाज हिंदुस्तानी ने कर्नल कोठियाल के लिए कुछ पंक्तियां पढकर वहां के माहौल में जोश पैदा कर दिया। एक हाथ में है झाडू और एक में तिरंगा, कैसे है जिंदा वो, शरीर में गोलियां संग लाया है, उठो देवभूमि के लोगों, अब देवभूमि को बचाने वाला लाल , अपना कोठियाल आया है। बेटियां बचाने वाले नारा देने वाले, खुद नोचने वाले घूम रहे बाजार में। देवभूमि की नारी ही सुरक्षित नहीं तो और किसी को यह, क्या बचाएंगे।
कर्नल कोठियाल ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि , यहां की मिट्टी से उनका अपना लगाव है, क्योंकि यहां से कुछ दूरी पर ही उनका ननिहाल है जहां उनकी मां का बचपन बीता । उन्होंने कहा कि मेरी मां ने मुझे आज इस काबिल बनाया है कि, मैं आज इस मुकाम तक पहुंच पाया हूं लेकिन आज उनकी मां इस दुनिया में नहीं है। उन्होनें कहा कि, मेरा जीवन सेना में बीता और सेना में , मैंने हमेशा ही विपरीत हालातों में निर्णय लेना सीखा है। उन्होंने कहा कि जब केदार आपदा में सरकार ने हाथ खड़े कर दिए, और हमें कहा आप केदार पुनः निर्माण करने का अवसर मिला तो हमने इस चुनौती को स्वीकार किया। निम का प्रधानाचार्य रहने के दौरान मैं केदारनाथ आया और हमनें युवाओं, महिलाओं, एक्स सर्विस मैन को एकजुट कर नामुमकिन को भी मुमकिन कर के दिखाया। उन्होनें आगे कहा कि मैं नेता नहीं हूं और ना ही मुझे नेतागिरी आती है,मैंने अगर सेना में कुछ सीखा है तो वौ है लीडरशिप जो यहां के नेताओं में नहीं है। उन्होंने दोनों दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि, बीजेपी और कांग्रेस वाले दिल्ली में टिकट के लिए कसरत कराते हैं लेकिन मुझे ऐसी कसरत पसंद नहीं है। इसीलिए मैंने आप पार्टी को चुना जो सिर्फ काम की राजनीति करती है।
कर्नल कोठियाल ने कहा अभी तक भैरव मंदिर में रोपवे नहीं बना,सतपुली में झील बननी थी वो नहीं बनी। पानी की अभी भी सतपुली में किल्लत है जो योजना पानी को लेकर बनी थी वो अभी भी ठीक ढंग से काम नहीं कर रही ये हालत उस विधानसभा के हैं जहां से कैबिनेट मंत्री हैं तो प्रदेश के हालत क्या होंगे आप अंदाजा लगा सकते हैं। उन्होनें कहा कि हमने अलग राज्य के लिए कई सपने देखे थे। हमे लगा अलग राज्य में हमारी विधानसभा होगी, हमारी सरकार होगी, विकास कार्य तेजी से होंगे। उन्होंने आगे कहा कि यहीं एक स्थानीय महिला ने आज उन्हें पानी की समस्या से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि नदियों के प्रदेश में जनता प्यासी है। क्या इसीलिए इस प्रदेश को बनाया गया। उन्होंने कहा कि इस विधानसभा के विधायक कैबिनेट मंत्री हैं और अगर यहां ऐसा हाल है तो अन्य इलाकों में क्या हाल होगा। उन्होनें आगे कहा कि केदारनाथ में लोग सरकारी लोगों का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों ही दल मौका परस्त हैं जिन्हें जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। बीजेपी, कांग्रेस वाले सत्ता में आते हैं, और सिर्फ अपने करीबियों को ही नौकरी लगाते हैं।
उन्होंने बताया कि दिल्ली में आप ने दो बार लगातार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। वह जनता के मुद्दों को पूरा कर रही है, जबकि वहां पहले बीजेपी और कांग्रेस की तूती बोलती थी। अब ऐसा ही दिल्ली मॉडल हम उत्तराखंड में लाएंगे। ताकि यहां मौहल्ला क्लिनिक, अच्छे स्कूल, बिजली, पानी, सड़क, रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाएं हमारे प्रदेश की जनता को मिल सके क्योंकि ये सभी उनके मौलिक अधिकार हैं। उन्होनें आगे कहा कि हम अपने मैनिफेस्टो में उन बातों को तवज्जो देंगे जो जनता हमें सुझाव देगी। अब वक्त आ गया है कि, हमको एक जुट होना होगा। उन्होंने कहा कि, माता बहनें और तमाम बुजुर्गों का उन्हें आशिर्वाद चाहिए। उन्होंने कहा कि आज तक सेना में रहकर दुश्मनों से लडा लेकिन अब मैं उत्तराखंड की जनता के हक के लिए लडूंगा। हम सब को मिलकर अब नवनिर्माण की लडाई लडनी है। उन्होनें आगे कहा कि मैं अभी डेपुटेशन पर आया हूं और जिस दिन मेरा नवनिर्माण का मकसद पूरा हो जाएगा उस दिन मैं राजनीति छोडकर युवाओं के साथ घूमने चल दूंगा। उन्होंने आगे कहा कि अब चुनाव के लिए 90 दिन बचे हैं, हो सकता है बीजेपी वाला कांग्रेस में चला जाए और कांग्रेस वाला बीजेपी में चला जाए , उन दलों को सिर्फ अपना स्वार्थ देखना आता है, लेकिन मैं जानता हूं ,यहां से आप का प्रत्याशी दिग मोहन नेगी है, जो युवा है और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा। उन्होंने आगे कहा कि, अभी यहां मौजूद नन्हे बच्चों को उनका भविष्य नहीं मालूम लेकिन उसी भविष्य को संवारने के लिए हमको बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए राज्य के हित में योगदान करना होगा।