प्रेमचंद अग्रवाल पौंचि ग्यींन देस, कैबिनेट बटि इस्तीपा देंणा कु बणिग्यें दबाव
देरादूण। उत्तराखण्ड विधानसभा मा पिछनै क द्वार बटि ह्वीं भर्ति क मामला मा विधानसभा अध्यक्षान सबि भर्ति थैं खतम कै द्यायी। लेकिन जु यु भर्ति करणाा म असलि दोषी छन उन्न फर अबि क्वीं कारवै नीं ह्वै।
विधानसभा मा ह्वीं भर्ति घपरोल क जांचन समिति या बात साफ कै याली कि ऐ मामला मा कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल भि दोषि छन। जै कारण सै ऊं फर कैबिनेट मंत्री क पद बटि इस्तीफा देंणा कु दबाव भि बढ़िग्यें। त दूसर तरफ विपक्ष लगातार वित्त मंत्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल थैं मंत्री मण्डल बटि भैर करणा कु दबाव सरकार फर बणाणु च।
उन्न त ब्याली मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामीन बोलि कि विधानसभा मा ह्वीं भर्ति कु घपरोल मा सब्यां भर्ति खतम कै याली, इन्न मा भर्ति कु मामलु खतम ह्वैग्यें। यां से इन्न लगणु छायीं कि जन सरकारन प्रेमचन्द्र अग्रवाल थैं माफ कैरि दे।
त दूसर तरफ विपक्ष अर सोशल मीडिया मा प्रदेस के रैवासी लगातार प्रेमचन्द्र अग्रवाल थैं कैबिनेट बटि हटाणा क मांग करणा छन।
पिछल सरकार मा विधानसभा अध्यक्ष रैंद प्रेमचन्द्र अग्रवाल न 72 लोक्खु क भर्ति विधानसभ मा कै छायीं। जौ भर्तियों थैं विधानसभा जांच समितिन नियम विरुद्ध बतै।
कैबिनेट मंत्री भैर देस ज्यां छायीं। मंत्री जी आज भैर देस जर्मन बटि दिल्ली पौंचिग्यीं। जैका बाद प्रेमचन्द्र अग्रवाल सब्यौं क निसाणा फर छन। यखम अब या दय्खण वलि बात च कि अब प्रेमचन्द्र अग्रवाल क्या करदन। क्या प्र्रेमचन्द्र अग्रवाल नैतिकता क आधार फर अपडु इस्तीफा सरकार थैं दे दिन्दन, या फिर सरकार ऊथैं कैबिनेट बटि भैर कु रस्ता दिखाणा हिकमत कै साकली।? अबि त या सबि बत्था भवैष्य क पुटगा मा हि छन पर उमैद त इन्नि च कि प्रेमचन्द्र कैबिनेट बटि इस्तीफा दे द्याला।