पौड़ी नगर पालिका अध्यक्ष के वित्तीय अधिकार सीज
पौडी: नगर पालिका परिषद पौड़ी अध्यक्ष यशपाल बेनाम पर लगे वित्तीय अनियमितता के सात में से तीन आरोप गढ़वाल मंडलायुक्त की जांच में सही साबित हुए हैं। इस आधार पर शासन ने नगरपालिका परिषद अध्यक्ष के वित्तीय अधिकारों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। पौड़ी के जिलाधिकारी को अग्रिम आदेशों तक पालिका के वित्तीय अधिकारों का जिम्मा सौंपा गया है। पौड़ी नगरपालिका परिषद अध्यक्ष यशपाल बेनाम पर वर्ष 2013-14 में वित्तीय अनियमितता के सात आरोप लगाते हुए सभासदों ने जिलाधिकारी से शिकायत की थी। पिछली सरकार ने इन शिकायतों की जांच गढ़वाल मंडलायुक्त से कराई थी।
वही पालिकाध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम ने वित्तीय अधिकार सीज किए जाने को राजनीति से प्रेरित बताया। कहा कि शासन स्तर पर जिन आरोप को लगाकर यह निर्णय लिया वह निराधार हैं। उन्होंने कहा कि निष्प्रयोज्य सामग्री बेचने का आरोप लगाया गया है, जबकि पूरी सामग्री पालिका में सुरक्षित है। जो अपर आयुक्त की जांच में सिद्ध हो चुका है। इसके बावजूद शासन ने अपर आयुक्त की जांच को दबा दिया।
बेनाम ने कहा कि प्रस्ताव वोर्ड में नहीं रखा गया। जो मानवीय भूल है, लेकिन निर्माण में कोई वित्तीय अनियमितता नहीं हुई है। लकी ड्रा का पालिका से कोई लेना-देना नहीं है। पालिका बोर्ड से लकी ड्रा पर कोई धनराशि खर्च करने का सवाल ही नहीं बनता। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपना पक्ष रखने की मांग की।