हमारी विरासत एवं विभूतियाँ किताब तैं मिलिग्ये सरकारै मंजूरि, अब पढ़ये जाली इस्कुलु मा
उत्तराखण्ड प्रदेसम अब इस्कुल्या नौन्याळ अपणि संस्कृति लोक विरासत अर महान विभूतियों क बारम पाढ़ला।
प्रदेस सरकारन सामाजिक विज्ञाना सहायक पोथी क रुपम ‘हमारी विरासत एवं विभूतियाँ’ किताब तैं पाठ्यक्रम मा शामिल करणा मंजूरि दे द्यायी। या किताब कक्षा 6 बिटि कक्षा आठ तक पाठ्यक्रम मा साल 2005-26 सत्र मा पढ़ये जाली।
नै शिक्षा नीति-2020सा नुसार प्रदेसा इस्कुलौं मा प्रदेसा सांस्कृतिक पछ्याण, लोक विरासत, इतिहास अर महान विभूतियौं क जीवनी पढ़ये जाली।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषदा तरफां बिटि या किताब त्यार करे ग्यायी। यीं किताब तैं पाठ्यक्रम मा शामिल करणा बाद यांकु मूल्यांकन बि होलु।
यांका बारम शिक्षा मंत्री धन सिंह रावतन बोलि कि नै शिक्षा नीति-2020सानुसार इस्कुलौं मा प्रदेसा सांस्कृतिक पछ्याण, धार्मिक, ऐतिहासिक सामाजिक अर महान विभूतियौं कु योगदान बारम बच्चौं तैं बत्यें जालु, ये मकसद से हमरि विरासत एवं महान विभूतियाँ किताब तैं बाल साहित्य क रुपम सामिल करे ग्यायी।