नशा मुक्त समाज मा हि च हमरू भवैष्य
नशा हमर समाज खूंणि एक अभिशाप च, या एक बुरे च। या से मनखि कु जिन्दगि बगत से पैळि हि टुणपट ह्वै जान्द। नशा खूंणि शराब, गांजा, भांग, अफीम, गुटखा तम्बाकू, अर बीड़ी, सिगरेट जनि चीजु कु उपयोग जादा करें जान्द। नशा करण वळा मनखि अपडा शरैळा कु नास, अपड़ु मानसिक नास, पैसों कु नुकसान क दगड़ मा सामाजिक महौळ अर अपड़ि कुटुम्दरि कु बि नुकसान करदन।
पुलिसा आंकड़ा बतौन्दन कि नशा करण वळा जादा ज्वान नौन्याळ छन। आज स्कुळ जाणा क उमर मा ज्वान नौन्याळ नशा क शिकार हूंणा छन। आज स्कुळयां नौना सिगरेट, गुटका, तम्बाकु, शराब थैं अपडि सान बणौंणा छन।
राज्य क राजनीति तैं बि नशा क समस्या क्वीं बड़ु मुद्दा नीं दिख्येंणि च। आज देरादूण हि ना सर्या प्रदेस खूंणि नशा बौत बड़ी समस्या बणिग्यें। नशा थैं खतम करणा खूंणि सरकारन त यु बोलि याली कि साल 2025 तक प्रदेस बटि नशा पूरि तरौं खतम कर्यें जाळु। हमथैं त सरकारै या बात अबि त सुद्दि हि लगड़ि च। किलैकि नशा खतम करणा खूंणि बगत ना बल्कि झटाझट कारवै हूंण चैंद। 2025 तक तक कतगा ज्वानु क भवैश्य खराब ह्वै जाळु हम सोचि नी सकदो।
देरादूण मा नशा क जादा स मामळों क तार पश्चिमी उत्तरप्रदेस से जुड्या छन। नशा क मेरठ, बरेली, बिजनौर, सहारनपुर च छन अर जु स्मैक, नशा का कैप्सूल, इंजेक्शन, गांजा, अफीम थैं प्रदेस मा लयन्दन। अर हम यु थैं रवक्णा खूंणि 2025 कु इंतजार करणा छा।
आज नशा कु दुर्ब्यसन मा छव्टा नौन्याळ हि ना बल बुड्या, खास कैकि ज्वान जादा छन जु नशा क जाळ मा फस्यां छन। हमथैं यु थैं बचौंण चैंद।
हमथैं अपड़ा बच्चों क हरकतु पर टक लगें कि रखण चैंद, वु क्य करणा छन, कैकि दगड़ मा जाणा छन, कख जाणा छन अर या जिम्मेबरि समाजै, कुटुम्दिर अर मास्टरू क बि हूंण चैंद। नौन्याळु क ब्यवहार मा जनि फरक दिखेंन्द ब्वे-बुबा थैं चंख ह्वै जान्द चैंद। अगर बच्चा एकदा नशा क जाळ मा फसीं ग्यें त वु त बरबाद होळु हि पूरि कुटुम्दरि थैं ब बरबाद कै देळु। इल्लै हमथैं नौन्याळु फर फर जादा ध्यान देंण चैंद। नशा मानिसक बिमरि च, अगर बच्चा एकदा नशा क जाळ मा फंसिग्यें त, वै थैं नशा क जाळ से भैर निकलणा खूंणि हमथैं वैका दगड़ मा म्याळु अर जादा से जादा बगत बितौंण चैंद जैसे बच्चों थैं नशा क जाळ बटि भैर निकलें ज्यां। किलैकि नशा यु अभिशाप च, जै से जतगा जल्दी भैर ऐ सक्यां उतगै समाजै अर मनखि क भलै च।
कुल मिलैकि बच्चों थैं नशा क जाळा मा फंसण से बचौंणा की जिम्मेबरि सरकारै दगड़ हमरि बि च, किलैकि नशा मुक्त समाज मा हि हमरू भवैष्य सुरक्षित च।