गैरसैंण मेें ग्रामीणों पर लाठीचार्ज के खिलाफ एनएसयूआई डीएवी इकाई में किया विरोध प्रदर्शन
नंदप्रयाग-घाट सड़क निर्माण को लेकर आंदोलित ग्रामीणों पर पुलिस के लाठीचार्ज से नाराज एनएसयूआई इकाई ने राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
बता दें कि नंदप्रयाग-घाट के लोग लम्बे समय से सड़क चैड़ीकरण की मांग को लेकर पिछले 87 दिन से आंदोलन कर रहे हैं। इसी मांग को लेकर ग्रामीणों ने सोमवार को राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में बजट सत्र के दौरान विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की। जब ग्रामीण बड़ी संख्या में गैरसैंण पहुंचे, तो पुलिस ने उनको रास्ते में रोकने का प्रयास किया। जिस पर प्रदर्शनकारियों के आगे बढ़ने की कोशिश में पुलिस के साथ झड़प शुरू हो गई और हालत बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया जिसमें कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। जिससे आंदोलनरत लोगों का गुस्सा राज्य सरकार पर फूट पड़ा।
खबर मिलते ही पूरे प्रदेश के राजनैतिक एवं सामाजिक संगठन प्रदर्शनकारियों के साथ हुई बर्बरता के खिलाफ खड़े हो गए ।
आज काँग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने देहरादून में डीएवी महाविद्यालय के गेट पर सरकार द्वारा प्रदर्शनकारियों पर की गई बर्बरता एवं बदसलूकी के खिलाफ विरोध किया और जमकर नारेबाजी की।
एनएसयूआई छात्र नेता आदित्य बिष्ट का कहना है कि वे लोग शांतिपूर्ण ढंग से अपना प्रदर्शन कर रहे थे और जायज माँग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करवाकर अपनी कायरता का परिचय दिया है। इस लाठीचार्ज में कई माताएं और बहनें बुरी तरह घायल हुई हैं। उन्होंने कहा कि वे केवल सड़क की ही तो माँग कर रही थे, ऐसे में यदि सरकार का कोई प्रतिनिधि या मुख्यमंत्री स्वयं उनसे मिलकर आश्वासन दे देते तो क्या हो जाता। उन्होंने कहा कि इस घटना ने साबित कर दिया है कि सरकार पूरी तरह संवेदनहीन हो चुकी है। अब इसे नैतिक आधार पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने बताया कि जब तक ग्रामीणों को इंसाफ नहीं मिल जाता तब तक एनएसयूआई पूरे प्रदेशभर में चुप नहीं बैठेगी। हम जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर ग्रामीणों को इंसाफ दिलवाएंगे।
इस अवसर पर नित्यानंद कोठियाल, हिमांशु रावत, अंकित बिष्ट, वासु शर्मा उदित मयंक काला ,पवन भुवन पांडेय, आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।