मुख्यमंत्री धामीन अखिल गढ़वाल सभा कु उर्यूं कौथिग मा ल्यें भाग अर बोलि कौथिगु मा पाड़ क लोक गीत, लोक नृत्य अर संस्कृति दय्खणा खूंणि मिलदि
देरादूण। मुख्यमंत्री धामीन अखिल गढ़वाल सभा कु बन्नू रेसकार्स मा उर्यूं 10 दिनकु कौथिग मा भाग ल्यें।
ऐ मौका फर उन्न मुख्यमत्री न बोलि कि अखिल गढ़वाल सभा जन्नि संस्था समाज मा अपिड़ जिम्मेदरि क दगड़ा-दगड़ि उत्तराखण्ड क संस्कृति अर पछ्याण थैं बचौंणा कु भि काम करणि च। जैकि जतगा भि बढ़ै कर्यें ज्यां कम च।
मुख्यमंत्री न बोलि कि इन्न कौथिगु मा पाड़ क लोक गीत, लोक नृत्य अर संस्कृति थैं दय्खणा कु मौका मिलदु। यांका दगड़ मा हमरि पछ्यिाण हमरा लारा लत्तौं (कपड़ों), हमरा उत्पादु थैं भि नैं पछ्याण मिललि। उन्न बोलि बल हमरि नैं पीड़ि अपड़ि संस्कृति, विरासत, पछ्याण अर वैकु महत्व थैं समझळि अर वै से जुड़ळि।
मुख्यमंत्री न बोलि कि उत्तराखण्ड क संस्कृति कौथिगु थैं बचौंणा खूंणि सरकार क तरफ बटि कोसिस कर्यें जाणि च।
मुख्यमंत्री न बोलि कि सर्या प्रदेस राज्य स्थापना दिवस मनाणु च। राज्य थैं बण्यां 22 बरस ह्वैग्यीं अर यु 22 बरसु मा हमन बौत तरक्की कायीं। अब राज्य थैं औरि अगनै बढ़ौंणा खूंणि हम सब्यौं थैं कोसिक करण प्वाड़लि। उन्न सबि प्रदेस क रैवासियों से विनती कायी कि प्रदेस थैं अग्वाड़ि कु राज्य बणौंणा मा मदत कर्यां।
कौथिग मा लोक कलाकारू न प्रदेस क लोक संस्कृति क प्रस्तुति दे।
ऐ मौका फर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक खजान दास, प्रमोद नैनवाल, सुरेश गढ़िया, अखिल गढ़वाल सभा क अध्यक्ष रोशन धस्माना, महासचिव गजेन्द्र भण्डारी, सांस्कृतिक सचिव पं. उदय शंकर भट्ट वखम छायीं।