गुणकारी “पुदीना”

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पुदीना मेंथा वंश से संबंधित जड़ी है। घर में चाय, चटनी या खाने में प्रयोग की जाने वाली पुदीना पत्ती एक बारह मासी खुशबूदार जड़ी है। इसकी विभिन्न प्रजातियां यूरोप, अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में पाई जाती हैं, साथ ही इसकी कई संकर किस्में भी उपलब्ध हैं।

भारत में तो पुदीने का पेड़ लगभग हर घर में लगा होता है। पुदीने का अर्क औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं कि हरा पुदीना किस तरह से हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

यूं करें इस्तेमाल
सलाद में इसका उपयोग स्वास्थ्यवर्धक है। अगर इसकी पत्तियों को रोज चबाया जाए तो दंत रोग, पायरिया, मसूढ़ों से रक्त निकलना आदि रोग दूर हो जाते हैं।

एक गिलास पानी में पुदीने की 4-5 पत्तियां उबालें। ठंडा होने पर फ्रिज में रख दें। इस पानी से कुल्ला करने से मुंह की बदबू दूर हो जाती है।

पुदीने की बनी चाय पीने से स्किन समस्या और पेट की सभी समस्याएं दूर होती हैं। यह पेट को साफ करता है और त्वचा से पिंपल हटाता है।

पुदीना कीटाणुनाशक होता है। यदि घर के चारों ओर पुदीने के तेल का छिड़काव कर दिया जाए तो मक्खी, मच्छर, चींटी आदि कीटाणु भाग जाते हैं।

पुदीने की पत्तियों को पीस कर लेप करने से, भाप लेने से, मुहांसे, चेहरे की झाइयों और दागों में लाभ होता है।

पुदीने का ताजा रस क्षय रोग, अस्थमा और विभिन्न प्रकार के श्वास रोगों में बहुत लाभकारी है।

हिचकी की शिकायत होने पर इसकी पत्तियों को चूसने से या इसके रस को शहद के साथ लेने से राहत मिलती है।

पुदीने की चाय में दो चुटकी नमक मिला कर पीने से खांसी में लाभ मिलता है।

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