पाँच अप्रैल को कंप्यूटर, पंखा और एसी बंद करने की जरूरत नहींः ऊर्जा मंत्रालय
कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ और इसकी लड़ाई में सीधे तौर पर शामिल लोगों के साथ एकजुटता और आभार प्रकट करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने पाँच अप्रैल की रात नौ बजे लाइट ऑफ करने की अपील की है।
पीएम मोदी की इस अपील के बाद वोल्टेज में उतार-चढ़ाव को लेकर चिंता जाहिर की जा रही थी।
इस पर अब ऊर्जा मंत्रालय ने सफाई देते हुए कहा है, प्रधानमंत्री की अपील पाँच अप्रैल को रात में नौ बजे से नौ मिनट तक केवल लाइट ऑफ करने के लिए है। स्ट्रीट लाइट या कम्प्यूटर्स, टीवी, पंखा, फ्रीज और एसी ऑफ करने के लिए नहीं कहा गया है। केवल घरों की लाइट ऑफ करने की अपील की गई है।
हॉस्पिटल, पुलिस स्टेशन, म्यूनिसिपल सर्विस और मैन्युफैक्चरिंग सर्विस में यह अपील लागू नहीं है। पीएम की अपील केवल घरों के लिए है। सभी स्थानीय निकायों से कहा गया है कि स्ट्रीट लाइट ऑन रखें।
ऊर्जा मंत्रालय ने पाँच अप्रैल को लाइट बंद करने को लेकर कही कई बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश को देखते हुए ऊर्जा मंत्रालय की ओर से ट्वीट करके कुछ तथ्य स्पष्ट किए गए हैं।
इस संदर्भ में कुछ आशंकाएं व्यक्त की गई हैं। मसलन इससे ग्रिड अस्थिर हो सकता है या फिर वोल्टेज में उतार-चढ़ाव हो सकता है, जिससे विद्युत उपकरणों को नुकसान हो सकता है। ये सभी आशंकाएं गलत हैं।
भारतीय ग्रिड काफी मजबूत है। यह स्थिर है और पर्याप्त व्यवस्थित है। यह मांग में बदलाव को संभालने में सक्षम है।
प्रधानमंत्री ने घर की लाइटें बंद करने का आग्रह किया है। इसमें कहीं भी स्ट्रीट लाइट और घर में मौजूद दूसरे उकरण जैसे कंप्यूटर, टीवी, पंखे, फ्रीज और एसी को बंद करने के लिए नहीं कहा गया है।
अस्पतालों में जलने वाली लाइट और सार्वजिनक शौचालय, नगर पालिका सेवा, ऑफिस, पुलिस स्टेशन, विनिर्माण से जुड़ी जगहों आदि पर जलने वाली लाइट बंद नहीं होगी। प्रधानमंत्री ने सिर्फ घर की बत्ती बुझाने के लिए कहा है।
सभी स्थानीय निकायों को सार्वजनिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्ट्रीट लाइट चालू रखने की सलाह दी गई है।