अनेक बीमारियों की दवा “तोरई”
हरी सब्जी होने के साथ-साथ तोरई की एक खासियत यह भी है कि यह आपके शरीर को कई बीमारियों से बचाकर रखती है साथ ही इसके सेवन से आप लिवर से लेकर शुगर तक कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं।
गर्मी और बरसात का मौसम है तो ऐसे में जाहिर सी बात है कि घर का खाना किसे अच्छा लगता होगा। अकसर लोग ताजी हरी सब्जियां छोड़कर बाहर के चाट, पकौड़े खाना पसंद करते हैं, लेकिन ऐसे में अकसर हमारे शरीर में बीमारियां बढ़ने का खतरा बना रहता है। रोजमर्रा इस्तेमाल की जाने वाली कुछ ऐसी हरी सब्जियां भी हैं जिनमें से कुछ को आप बड़े ही स्वाद के साथ बनाकर खा सकते हैं। यहां हम बात कर रहे हैं हरे रंग की मोटी और लंबे आकार में दिखने वाली तोरई की। इसकी ऊपरी सतह खुरदरी होती है। हरी सब्जी होने के साथ-साथ तोरई की एक खासियत यह भी है कि यह आपके शरीर को कई बीमारियों से बचाकर रखती है साथ ही इसके सेवन से आप लिवर से लेकर शुगर तक कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं। आइए जानते है तोरई के गुणों के बारे में।
तोरई खाने से रक्त साफ होता है साथ इसके रस को चेहरे पर लगाने से चेहरे के दाग-धब्बे धीरे-धीरे कम होने लगते हैं।
तोरई लिवर के लिए बेहद फायदेमंद है। इसके नियमित सेवन से पाचन तंत्र अच्छा बना रहता है। इसके अलावा यह पीलिया जैसी घातक बीमारी को काटने में रामबाण साबित होती है। पीलिया से ग्रसित व्यक्ति को रात को सोते समय नाक में तोरई के फल का रस डाल दें, तो नाक से पीले रंग का द्रव बाहर निकलता है। ऐसा माना जाता है कि इससे पीलिया रोग जल्दी समाप्त हो जाता है।
तोरई के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर छांव में सुखा लें। फिर इन सूखे टुकड़ों को नारियल के तेल में मिलाकर 5 दिन तक रख लें। बाद में इसे गर्म करके तेल को छानकर रोज बालों में लगाकर सिर की जड़ों में हाथ की अंगुलियों से मालिश करें। कुछ दिनों बाद इससे बाल काले हो जाते हैं।
यह एसिडिटी के साथ अल्सर के उपचार में भी सहायक है और थकान के साथ चिंता को भी दूर करने में लाभकारी है। इसके अतिरिक्त यह सर्दी के उपचार में भी बढ़िया साबित हुई है। मूत्रत्याग में जलन की समस्या को दूर करने के लिए भी इसके जूस का नींबू के रस के साथ सेवन किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त यह शरीर के अंदर अनेक शारीरिक द्रव्यों की वृद्धि और विकास कर स्वास्थ्य के सूखेपन को दूर करती है। इस सब्जी में उपस्थित बीटा कैरोटिन के कारण यह आंखों के स्वास्थ्य और दृष्टि को बढ़ाने के लिए जानी जाती है। इसके अतिरिक्त बुखार को नियंत्रित करने के लिए यह घरेलू उपचार की तरह प्रयोग की जाती है। इस सब्जी का कम जाना जाने वाला स्वास्थ्य लाभ इसका शरीर के अंदर पोषक तत्त्वों के अवशोषण में सहयोग करना है। तरोई इनके अलावा मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को शांत करने के लिए भी जानी जाती है। यह पौष्टिकता से भरपूर सब्जी है।