ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन क मसीन खराब, नी मिलणि मौसम सै जाणकरि
देरादूण। उत्तराखण्ड मा लगभग 132 ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन बण्यां छन। ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन से जिलौं मा बरखा हूंणा सम्भावन क सर्या जाणकरि मौसम विभाग केन्द्र तैं भ्यजें जान्द। जैका बाद मौसम विभाग केन्द्र आपदा प्रबंधन विभाग, जिला प्रशासन अर ळोगु तैं बतै कि चंख (सर्तक) करदु की मौसम खराब हूंण वळु च।
पर कुछ दिनु बटि मौसम केन्द्र क ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन क मसीन काम नीं करणि छन। यां मा सबसे जादा झुरण (चिंता) वळि बात च कि मौसमा जाणकरि देंण वळि मसीन अप्फि बतौंणि च कि मि खराब मौसम क कारण बन्द हूंयू छौं।
चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर , उत्तरकाशी जिलौं मा जु मसीन लगि च, वु काम हि नी करणि च।
उत्तराखण्ड मौसम विभागा निदेशक कु ब्वन च कि उत्तराखण्ड मा 10 फीसदी मसीन अबि खराब छन। यीं सबि मसीन दूर पाड़ु मा लगि छन। कखि बैटरी क दिक्कत च, त कखि बरखा क कारण नेटवर्क क परेशानी हूंणि च। ऊंकु ब्वन च कि विभागा दूसर स्टेश्न बटि रेन गेज कु आंकड़ा लेकैकि अनुमान बतौंणु च।