क्वीं त बात जरूर ह्वैली
2017 मा विधान सभा चुनौं से पैळी कांग्रेस बटि भाजपा मा सामिळ हुय्यां विधायक अब दुबरा ठीक चुनौं से पैळि अपड़ा रंग दिखाण बैठ्ग्यिीं। उच्च शिक्षा मंत्री एक उर्यूं कार्यक्रम जख भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ क अपणि पार्टी क कार्यकताओं क बीच मा तकरार ह्वै ग्यायी। तकरार हूंण त एक बात च, कार्यकताओं थैं अपणि औकात मा रैंणा क बाद छ्वटि नि च। आखिर कार्यकता हि छन जू एक आम आदमी थैं विधायक बणौंदन। विधायक थैं अपणा गुच्च बटि इन्नि बात नि ब्वन चैंद।
विधायक कु पारा इतगा गरम ह्वै ग्यायी कि उन्न कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत थैं बोळि द्यायी क अगर ई तुमर दगड़ा मा राळा त मि कार्यक्रम थैं छोड़िक चळि जाळु। विधायक थैं इन्न बात जम्मा शोभा नि देन्दि। बात इतगा बढ़ि ग्यायी कि यां कि आग क गरमैस सर्या उत्तराखण्ड हि न बल्कि भाजपा हाई कमान तक भि पौंचि ग्यायी।
काऊ न हाईकमान क समणि क्या बोळि या बात त पता नि च। लेकिन क्वीं त बात जरूर ह्वैली, इल्ले हि काऊ थैं ब्वळण प्वाड़ कि अपडु़ संगठन दगड़ा बात कैरिक अगने क्या होळु ऐ बारा मा रणनीति बण्यें जाळी। ईं बातळ यूं त साफ च कि कांग्रेस बटि अंया नेता भाजपा मा परेशान छन, अर ऊं नेताओं कु भाजपा पार्टी क भितर भि अपडु एक अळग गुट च। जू भाजपा खूंणि भि मंगळ संकेत नि छन।
ऐ मामला मा अब हरक सिंह रावत क बाद सतपाल महाराज भि काऊ के दगड़ मा खड्ड़ा छन। हरक सिंह रावत त पार्टी क कई फैसळा से पैळि रूसयां छन। जै कारण से उत्तराखण्ड क राजनैतिक अजकाळ छुईंयों ळ ताति (गरम) ह्वीं च। दूसर तरफ कांग्रेस भि अपणा पूराणा दगड़ा क तरफ आंखा लग्गें कि देख्यणि च। कांग्रेस मा भि चुनौ से पैळि कई बार दगड़यों क बौढ़िक आणा पर विचार ह्वैग्या। अब्बि त सब्बि छुईं बत्ता भविष्य क पुट्गा मा हि छन लेकिन इतगा जरूर च कि चुनौं से पैळि भाजपा क भितर सब कुछ सै नि च।