कंधे की जकड़न दूर करे योगासन
लंबे समय तक एक जगह बैठे रहना, गलत तरीके में बैठना, लगातार कम्प्यूटर पर काम करना कंधों में जकड़न का कारण बनता है, साथ ही उचित व्यायाम न करना और अनियमित जीवनशैली भी कंधों में दर्द और स्टिफनेस का कारण हो सकता है। साथ ही उचित व्यायाम न करना और अनियमित जीवन शैली भी कंधों में दर्द और स्टिफनेस का कारण हो सकता है। यदि इस दर्द को नजरअंदाज किया जाए, तो यह आगे चलकर बड़ी समस्या खड़ी कर सकता है। इसलिए यदि शुरुआत में ही थोड़ा सा समय निकालकर कुछ योगासन कर लिए जाएं, तो इस तकलीफ से बहुत ही जल्द निजात मिल सकती है
भुजंगासन:
पेट के बल लेट जाएं और दोनों पैरों को मिलाकर रखें। अपनी हथेलियों को अपने कंधों के बगल में जमीन पर रखें। श्वास लेते हुए धीरे- धीरे अपने सीने को ऊपर की ओर उठाएं। अपने चेहरे को पीछे की तरफ ले जाएं ताकि आप छत को देख सकें। 15-20 सेकंड के लिए इसी स्थिति में रुकें। फिर श्वास छोड़ते हुए धीरे-धीरे वापस आ जाएं। इस अभ्यास को 5-10 बार करना है। इस आसन के नियमित अभ्यास से कंधों का दर्द और जकड़न समाप्त होती है और कंधे की मांसपेशियों में लचीलापन आता है।
पर्वतासन:
खड़े होकर या पालथी मारकर बैठ जाएं। श्वास लेते हुए दोनों हाथों को सिर के ऊपर उठाएं। कोशिश करें कि आपकी कोहनी सीधी रहे और हाथ कानों को स्पर्श करें। हाथों को ऊपर की ओर स्ट्रेच करते हुए नमस्कार की मुद्रा बनाएं। फिर श्वास छोड़ते हुए हाथों को नीचे लेकर आएं। थोड़ी देर इसी स्थिति में रुकें। इसी प्रकार से 5 से 10 बार रोजाना करें। इस आसन को करने से कंधे का दर्द और जकड़न समाप्त होती है, साथ ही रीढ़ की हड्डी में भी खिंचाव होता है, जिससे पीठ के दर्द में भी आराम मिलता है।
मार्जरी आसन:
अपने घुटनों को मोड़कर वज्रासन में बैठें। फिर अपने घुटनों के बल खड़े हो जाएं। आगे की ओर झुककर अपनी हथेलियों को जमीन पर रखें। हाथ घुटनों की सीध में होने चाहिए तथा बाहें और जांघें समानांतर होनी चाहिएं। श्वास लेते हुए सिर को ऊपर की ओर उठाना है, साथ-साथ कमर को नीचे की ओर लाना है फिर श्वास छोड़ते हुए सिर नीचे की तरफ तथा कमर ऊपर की ओर ले जानी है। इस अभ्यास को 10-15 बार करें।
इस आसन को करने से कंधों की जकड़न और कमर दर्द में बहुत जल्दी आराम मिलता है। इससे कमर, कंधे तथा गर्दन में लचीलापन आता है, जिससे पूरी रीढ़ की हड्डी की जकड़न दूर होती है।