जै घौर मा तिरंगा नि दिख्यें वै घार फर देस विश्वास नि कैरि सकदु, आखिर क्या च महेन्द्र भट्ट क ब्वन क मतलब
हल्द्वानी मा पौंच्यां भाजपा के नै प्रदेस अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट भाजपा क तिरंगा जातरा शामिल ह्वीं अर शहीद चन्द्रशेखर मिश्रा क मूर्ति मा माल्यार्पण कायी।
जैका बाद उन्न जनसभा मा बोलि बल भाजपा क कार्यकर्तावु कु सबि घौर मा तिरंगा लैराणा कु लक्ष्य च। यांक बाद उन्न बोलि कि जै घौर मा तिरंगा ळैराणु नि दिख्यें वै घार मा देस विश्वास नि कैरि सकदु। उन्न बोलि बल हम राष्ट्रवाद क भावना थैं जगौंणा खूंणि राजनीतिक दल, मीडिया क क्षेत्र अर सब्यां सरकारी कर्मचारियों थै अपड़ा घौर मा आजादी के अमृत महोत्सव थैं मनौंणा क अपील करणा छौ।
महेन्द्र भट्ट का ऐ बयान ‘जै घौर मा तिरंगा ळैराणु नि दिख्यें वै घार मा देस विश्वास नि कैरि सकदु।’ क बारा मा चर्यां तरफि ईं बातिक छुंयीं हूंणि बठिग्यें। क्या घौर मा तिरंगा लगौंण जादा जरूरी च कि वैकु सम्मान जादा जरूरी च? क्या सिरफ घौर मा तिरंगा लगौंण से हमरि गिनती देसभक्त मा ह्वै जांद? इन्न बौत सर्या सवाल छन। फैसला आप भि कारा ऐ बारा मा आप क्या स्वचदौ।