भारतीय रेल : 1,326 किलोमीटर दूरी तय करने में लगे चार साल
बस्ती रेलवे स्टेशन पर जब मालगाड़ी का खाद लदा एक डिब्बा पहुंचा तो उसके कागजात देख मालगोदाम के अधिकारी के होश उड़ गये। पता चला कि इस खाद भरे डिब्बे को विशाखापट्टनम से बस्ती की 1,326 किलोमीटर दूरी तय करने में लगभग चार साल लग गये। 2014 में एक व्यापारी ने खाद विशाखापट्टनम से के लिए बुक कराई थी। वैगन के बस्ती पहुंचने पर माल गोदाम इंचार्ज को सूचना दी गयी। इंचार्ज ने जब रजिस्टर खंगाला तो पता चला कि इस डिब्बे में 1,316 डाई अमोनियम फास्फेट (डीएपी) खाद के बोरे थे जो 10 नवंबर 2014 को विशाखापट्टनम से बुक किए गए थे।
इस वैगन को विशाखापट्टनम से बस्ती तकरीबन 1326 किमी की यात्रा पूरी करने में 4 साल लग गए। अब अधिकारी इस बात से परेशान हैं कि आखिर यह इतना लेट कैसे हो गया।
वैगन में मौजूद खाद खराब हो चुकी है। बताया जा रहा है कि वैगन में लगभग 10 लाख से ज्यादा का माल लोड है।
गोरखपुर स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ का कहना है कि हम जांच कर रहे हैं कि यह वैगन कहां रह गयी थी। उन्होंने बताया कि अमूमन माल जिस स्टेशन पर उतरना है, वहां नहीं उतरने पर वह वापस चला जाता है लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने बताया कभी कभी जब कोई बोगी या वैगन खराब हो जाति है तो उसे ट्रेन से काटकर यार्ड में भेज दिया जाता है। इस वैगन के साथ भी ऐसा ही हो सकता है। उन्होंने कहा फिलहाल हम इसकी जांच कर रहे हैं कि यह वैगन इतनी लेट क्यों पहुंची।