हरीश रावतक पिड़ा, संस्थानु मा तिड्वाल प्वड़द त यांकु ट्वटा प्रदेस अर प्रदेस के रैवासियों थैं हूंद
प्रदेस मा ह्वीं भर्ति मा घपरोळ अर रोज नै नै सूची सोशल मीडिया मा आणि छन। भर्ती का ह्वै घपरोल मा बारा मा पैलि हरीश रावतन बोलि छायीं बल मि द्वी मैना तक कुछ नि ब्वलळु। पर आज हरीश रावतन भर्ति का ह्वै घपरोळ पर अपड़ि बात बोलि अर बोलि बल पीड़ वरत थैं तुड़वैं दिन्द। उन्न बोलि मिन बोलि छायीं कि द्वी मैना तक भर्ति घपरोळ क बारा मा कुछ नि ब्वलळु। मुख्यमंत्री अर विधानसभा अध्यक्ष पर मिथैं पूरू भरोसु छायीं।
#भावनाएं व्रत तुड़वा देती हैं। मैंने कहा था कि मैं भर्तियों को लेकर 2 माह तक कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष जी के..https://t.co/juV4Q1CYmr..उसके लिए मैं उत्तराखंड से क्षमा ही मांग सकता हूं।#uttarakhand #BJP4UK #Congress @pushkardhami @RituKhanduriBJP pic.twitter.com/H1AopCTJuy
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) September 18, 2022
उन्न बोलि अब इन्न लिस्ट आणि छन, कगता सच छन, अर कतगा गलत छन, मि नीं जण्दु। पर समझा मा नि आणु च इन्नु कैन कै कि ह्वै।
संस्था हमन बण्यें। अगर इन्न भर्ति ह्वीं त बौत उमचाट (परेशान) करण वलि बात च। संस्थाए खतम हूंणि छन। मि तू-तू, मैं मैं मा नी प्वड़नु चांदू। उन्न बोलि मि संस्थानु क प्रमुखु से विनीति करणु छौं बल ईमानदारिल अपड़ा संस्थानु मा ह्वीं थैं सब्यौं थैं बत्यां। बल ब्वलण से भरोसु नीं हूंणि च। उन्न बोलि भर्ति कै आधार पर ह्वै, यांकु बारा मा सबि सब्यौं थैं बत्यें जाण चैंद।
उन्न बोलि मि समणि नीं आन्दू, अगर मेरि जिकुड़ि मा ठीस नीं हूंदि। किलैकि ईं संस्था कांग्रेसक राज मा खड़ी ह्वीं, हम यु संस्थाओं मा गर्व करणा चैंद। जब संस्थौं मा तिड्वाल प्वड़द त यांकु ट्वटा प्रदेस अर प्रदेस के रैवासियों थैं हूंद। यांकु पता हमथैं अधिनस्थ सेवा चयन आयोग मा ह्वीं भर्ति क घपरोल से पता चलि?
आखिर मा उन्न लेखि यांक बाद भि कुछ मनखि मेरि ठीस थैं नीं समझणा छन। अर मि थैं हि नखरु बतौंणा छन। बिस पींण क मेरी आदत च। वु ब्वालला त मि बिस पे द्येळु। मगर यु संस्थौं थैं बचौंण खूंणि अपड़ि पिड़ा थैं नीं रोकि सकदु, यां खूंणि मि उत्तराखण्ड सै माफी हि मांगि सकदु।