हरीश रावत न रूड़ियों राजधानी थैं लेकैकि कायी सरकार पर हमला
देरादूण। पैल्यक मुख्यमंत्री हरीश रावतन एकदा दुबरा रूड़ियों क राजधानी गैरसैंण थैं लेकैकि सरकार पर हमला कायी।
#उत्तराखंड से बड़े वादे, उनमें एक वादा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने का भी है। ग्रीष्मकाल फिर बीत रहा है, यह इस घोषणा के बाद वह भी विधानसभा में घोषणा के बाद तीसरा ग्रीष्मकाल है जिसमें #गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाना तो छोड़िये,
1/2 pic.twitter.com/1C3VZ9jMZC— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 3, 2022
हरीश रावतन बोलि कि बड़ा-बड़ा वादा, जैमा एक वादा गैरसैंण थैं रूड़ियों क राजधानी बणणा कू भि छायीं। रूड़ि खतम हूंण खूंणि च। उन्न बोलि कि ईं घोषणा क बाद यू तिसर दा रूड़ियों क मैना छन। उन्न बोलि कि गैरसैंण थैं राजधानी बणाण क छुईं त छ्वाड़ा, मुख्यमंत्री जी न एक दिन वख वासा रैंणा क भि नि सोचि। सरकारक तरफ बटि वख कुईं भि नि बैट्ठदु। एक दिन भि वख मंत्रिमण्डल न कुई बैठक नि कायी। मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव वख ग्यें भि छन, मिन इन्न कु खबर अखबारू मा देखि नि च। यां से बडु़ अपमान राज्य क रैवासियों कु अर ऊंकु मान सम्मान क चिन विधानसभा क पटळ कु औरि क्या ह्वै सकदु। घोषणा रूड़ियों क राजधानी कि, अर एक एक कैकि रूड़ियों क दिन खतम हूंणा छन। मगर सरकार च कि अपणि हि ब्वल्यूं पर काम करण खूंणि त्यार नि च। अर रैवासियों खूंणि ब्वलनि च कि भूळि जावा।
उन्न बोलि कि मिन फैसळा कायी कि मि सरकार थैं या बात भूलण नि देंळु। सरकार थैं याद दिलौंण खूंणि मि 14 जुलै 2022 खूंणि गैरसैंण जौळु किलैकि 15 जुलै बटि रूड़ियों क राजधानी कु बगत खतम ह्वै जाळु। 14 जुलै 2022 खूंणि गैरसैंण जौळु अर सरकारक दफतर मा ताळु लगैकि उत्तराखण्ड क रैवासियों क सिरड़ (गुस्सा) थैं धै देय्ळु।