धरना स्थल पर फैल कूड़े को देख गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान कर्मियों में भारी आक्रोश
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देहरादून। गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के परेड ग्राउंड, देहरादून में चल रहे धरना स्थल में आज सुबह धरने के 270 वें दिन अभियानकर्मी धरना स्थल पहुंचे तो वहां पर फैले कूड़े के ढेर को देख कर बिफर उठे।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के धरना स्थल में रखे दोनों कूड़ादान को वहीं खाली कर कूड़ा फैला दिया और दोनों कूड़ादानों को चोरी करने के साथ ही गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के बैनर फाड़ को दिया गया।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के धरना स्थल पर नगर निगम द्वारा दो कूड़ा दान रखे हुए थे।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने कूड़ा-दान चोरी करना व बैनर फाड़ने की घटना पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज करवाएगी।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान कर्मियों ने बताया है कि अभियान द्वारा कई बार मौखिक व लिखित रूप से नगर निगम एवं जिला प्रशासन को शिकायत दर्ज कर चुका है कि संघर्ष स्थल पर गैरकानूनी धंधे होते हैं जिन्हें राजनीतिक दलों की शरण प्राप्त है। गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने कहा कि धरना स्थल अवैध पार्किंग का अड्डा बन गया है यहां खुलेआम रात्रि में व्यभिचार की हरकतें होती रहेती है।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा धरना स्थल के रूप में स्वीकृत किया जा चुका है। धरना स्थल सर्व सामाजिक संगठनों के बीच मान्यता प्राप्त धरना स्थल है।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने धरना स्थल पर चाहर दीवारी बनाने, टॉयलेट आदि की सुविधाएं प्रदान करने, सी.सी.टी.वी कैमरा व उचित बिजली व पानी की सुविधा उपलब्ध करवाने और सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने पर ज्ञापन दिए हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार गहरी निद्रा में सोई हुई है और जिला प्रशासन कुंभकरण नींद से नहीं जग रहा है।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने सरकार से अपनी निद्रा तोड़ने और प्रदेश के एकमात्र धरना स्थल को सुव्यवस्थित करने की मांग को पुनः उठाया है व निर्णय हुआ है कि इस विषय पर नगर निगम प्रशासन, जिला प्रशासन एवं शासन के अधिकारियों को पुनः अवगत कराया जाएगा।
आज धरना स्थल में बैठने वालों में विजय सिंह रावत, कृष्णकांत कुनियाल, हर्ष मैंदोली, सोहन सिंह रावत, अचिन बहुगुणा, मदन सिंह भंडारी, पुष्कर सिंह नेगी, चंद्रभानू भट्ट, प्रेमराम चौकीदार, मनोज ध्यानी, सुबोध लखेडा, राकेश चन्द्र सती, संजय गुसांई, श्रीमती सुमन डोभाल काला, मनोज कुमार बडोला, किरण भंडारी, सौरभ रावल आदि उपस्थित थे।