गैरसैंण राजधानी बनने से ही होगा पहाड़ों का विकास और रूकेगा पलायन: सुशील विरमानी

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देहरादून 10 दिसम्बर 2018 गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के मंच पर पहुंचकर आज दिशा सामाजिक संस्था और गरीबी उन्मूलन ग्राम विकास समिति ने अपने संगठनों की ओर से राजधानी गैरसैंण आंदोलन को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। दिशा सामाजिक संस्था की ओर से संगठनकर्मियों ने आंदोलन को अपना समर्थन पत्र भी सौंपा। संस्था के अध्यक्ष सुशील विरमानी ने कहा कि गैरसैंण को उत्तराखंड राज्य की राजधानी बनाए जाने के अभियान का पूर्ण समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि गैरसैंण राजधानी बनने से पहाड़ों का विकास होगा तथा वहां से पलायन रुकेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि वह शीघ्र कारवाई कर गैरसैंण में राजधानी स्थापित करे, क्योंकि यह जनहित में है।

गरीबी उन्मूलन विकास समिति की ओर से संस्था के अध्यक्ष सुबेदार (से. नि.) रामबच्चन राजभर ने राजधानी गैरसैंण आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा है कि पलायन का प्रतिकूल प्रभाव यह है कि अब स्कूल तक उत्तराखंड में बंद किए जा रहे हैं। उत्तराखंड में सरकारी स्कूलों की बजाय प्राइवेट स्कूलों को प्रोत्साहित करने की सरकार की नीति का विरोध करते हुए राजभर ने कहा कि जब तक गैरसैण में राजधानी नहीं बनाई जाएगी पहाड़ हित की नीतियाँ नहीं बन पाएंगी। उन्होंने गैरसैंण के लिए तेज आंदोलन चलाने की बात कही।

इससे पूर्व स्थाई राजधानी गैरसैंण संघर्ष समिति के पदाधिकारियों संयोजक चारू तिवारी और प्रदीप सती ने भी गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के मंच पर पहुँचकर ठोस आंदोलन चलाने की पैरवी करते हुए पहाड़ के सवालों के आलोक में गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के आंदोलन को महत्वपूर्ण पहल बताया ।

आज संघर्ष स्थल पर जारी 85वाँ दिवस का धरना पर बैठने वाले अभियान कर्मियों में उत्तराखंड बेरोजगार संगठन के अध्यक्ष बॉबी पंवार और डीएवी महाविद्यालय के पूर्व महासचिव सचिन थपलियाल भी धरना पर बैठे।

धरना में बैठने वाले अन्य सभी अभियानकर्मियों में मनोज ध्यानी, नीरज गौड़, मदन सिंह भंडारी, सुशील विरमानी, सुबेदार (से नि.) रामबच्चन राजभर, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, कृष्ण काँत कुनियाल, मेहर सिंह, संजय थपलियाल, यशवीर आर्य, बॉबी पंवार, सचिन थपलियाल, रविन्द्र प्रधान, सोहन सिंह रावत, किरण किशोर आदि सम्मिलित रहे।

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