फॉरेस्ट गार्ड भर्ती घोटाला, महानिदेशक लॉ एंड ऑर्डर ने दिये 30 सितम्बर से पहले जांच पूरी करने के निर्देश
UK Dinmaan
दून। फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले की एसआईटी जांच इसी सितम्बर माह में पूरी कर ली जाएगी। इस संबंध में महानिदेशक लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने हरिद्वार के एसएसपी को 30 सितम्बर से पहले जान पूरी करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत पहले ही पुलिस अधिकारियों को मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कारवाई के आदेश दे चुके हैं। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग ने फॉरेस्ट गॉर्ड के 1218 पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किये थे। समूह ग के तहत 16 फरवरी 2020 को राज्यभर के 376 केन्द्रों पर इसकी लिखित परीक्षा करवाई गई। लेकिन परीक्षा के दौरान ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इससे परीक्षा की पारदर्शिता व निष्पक्षता पर खड़े हो गये थे। अभ्यर्थियों और उनके परिजनों में रोष फैल गया।
बेरोजगार इसे एक बड़ा घोटाला बताते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करने लगे। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मामले की गंभीरता को समझते हुए इसकी एसआईटी जांच के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल अजय रौतेला की निगरानी में हरिद्वार और पौड़ी जिलों में एसआईटी की एक-एक टीम का गठन किया गया। इस मामले में पुलिस अभी तक कुछ लोगों की गिरफ्तारी कर मुकदमा दर्ज कर चुकी है।
इधर, उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने एसआईटी की जांच शीघ्र पूरी कर रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की है। महानिदेशक लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने बेरोजगारों से संयम बनाने को कहा है। उन्होंने कहा कि एसआईटी को इसी माह जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।