बदरीनाथ धाम मा 1 नवंबर खुणि मनये जाली बग्वाल
बदरीनाथ धामम बग्वाल 1 नवंबर खुणि मनयें जाली। भगवान बदरीनाथ मंदिर तैं एक कंतुल फुळु न सज्यें जालु। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति न बदरीनाथ धामम बग्वालै त्यारि सुरु कै याली।
धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियान बोलि कि ऐसु साल बग्वाला त्योवार कतगा तारिख खुणि मनौंण यीं बात पर लोग रकबक हूयां छन। उन्न बोल पंचाग अर धार्मिक रिवाजानुसार दिवळि 1 नवंबर खुणि मन्यें जाली। अमावस्या पर पूजा करण वलो खुणि 31 अक्टूबर अद्दा राति कु बगत सै रालु , पर दिवळि 1 नवबर खुणि मनयें जाली। उन्न बोलि से मौका पर भगवान बदरीनाथ पूजम बि बदलौ करे ग्यायी। व्यखुनी दा की पूजा चार बजिकि 30 मिनट पर सुरु होलि अर पांच बजिकि पैंतालीस मिनट लक्ष्मी पूजा होलि। यांका बाद भगवान बदरीनाथा दर्शना होला, जैका बाद भगवान बदरीनाथा शयन पूजा बगत पर हि होलि।
बदरीनाथ धाम का पैल्यक धर्माधिकारी भुवन उनियालन बि बोलि कि धर्म शास्त्र ब्वलद कि अगर अमावस्या द्वि दिन होलि त दिवळि अगलि दिन मतलब 1 नवम्बर खुणि मन्ये जाली।