निराशाजनक : “स्थाई राजधानी” पर कुछ नहीं बोले राहुल
UK Dinmaan
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के संघर्ष के 06 माह के इस सफर व आम चुनाव 2019 को देखते हुए गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान को इस बात की उम्मीद थी की राष्ट्रीय राजनीतिक दल राजधानी के विषय पर सकारात्मक कदम उठायेंगे।
राजधानी निर्माण अभियान को आज बड़ी निराशा हाथ लगी जब दून में संपन्न हुई रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गैरसैंण राजधानी के मुद्दे पर एक शब्द भी नहीं बोले।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने भाषण में मात्र लकीर का फकीर पीटते रहे हैं। प्रादेशिक मुद्दों जिनमें गैरसैंण स्थाई राजधानी व प्रदेश की जमीनों को बचाने के लिए हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर ठोस कानून बनाये जाने जैसे मुद्दों पर वह कुछ नहीं बोले हैं।
जिसके लिए गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने कांग्रेस के प्रादेशिक नेताओं को जिम्मेदार मानते हुए कहा कि उन्होंने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को जनता के अभिन्न मुद्दों से परिचय ही नहीं कराया है।
गैरसैंण जैसे अति महत्वपूर्ण विषय पर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पूरी तरह से चुप्पी से गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान इस बात पर अब पूरी तरह आश्वस्त होने लगी है कि केवल जनता की लड़ाई के द्वारा ही प्रदेश की स्थाई राजधानी गैरसैंण का हल प्राप्त किया जा सकता है।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने कहा कि ’नोटा को एक विकल्प’ के रूप में चुनने की जो रणनीति बनाई है, उसमें अब तेजी लानी होगी। गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान का कहना है कि यूं लग रहा है कि राष्ट्रीय राजनीतिक दलों काँग्रेस और भाजपा के पास उत्तराखंड को देने के लिए बहुत अधिक कुछ नहीं है।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने कहा है कि अब उनकी निगाह पूरी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिकी है कि वह गैरसैंण राजधानी के मुद्दे पर क्या निर्णय लेते है।