धर्मपुर विधायक के खिलाफ पार्टी में ही छिड़ी जंग
दून। उत्तराखंड में एक तरफ सत्ताधारी भाजपा लगातार 2020 चुनावी तैयारी में जन आशीर्वाद रैळी निकाल कर एक जनता को आशीर्वाद ले रही है।साथ ही 2020 चुनाव के देखते हुए भाजपा लगातार दूसरे दलों में सेंधमारी कर अपने कुन्बे को बढ़ाने के साथ-साथ मजबूती का दावा कर रही है तो दूसरी तरफ पार्टी के कुछ विधायकों और कार्यकर्त्ताओं के बीच से ही उभर रहे असंतोष के सुरों ने उसकी पेशानी पर बल डाल दिए हैं।
पिछले दिनों रायपुर में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से ठीक पहले रायपुर विधायक काऊ अपने कार्यकर्ताओं के सामने हुई तू- तू, मैं-मैं का मामला अभी थमा भी नहीं था कि धर्मपुर विधान सभा में विधायक से खिलाफ भी कार्यकर्ताओं ने विरोध की अपनी आवाज बुलन्द कर दी है।
धर्मपुर विधान सभा में श्यामा प्रसाद मुखर्जी मण्डल की अध्यक्ष पूनम मंमगाई समेत तीन कार्यकर्ताओं ने विधायक के रवैये से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया। श्यामा प्रसाद मुखर्जी मंडल अध्यक्ष पूनम ममगाईं के साथ ही मंडल उपाध्यक्ष अनुज वालिया और महामंत्री जितेंद्र रावत ने विधायक चमोली पर कार्यकर्त्ताओं से अभद्रता करने का आरोप लगाया हुए महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट को सौंप दिया है।
धर्मपुर विधायक विनोद चमोली के खिलाफ यह कोई नया मामला नहीं है। चमोली के व्यवहार से पहले भी कई कार्यकर्ता चमोली के खिलाफ मोर्चा खोल चुके और खुल कर अपनी नाराजगी जता चुके है।
पार्टी सर्वे में भी खतरे में है विधायक चमोली की सीट
भाजपा के अपने स्तर से किए गए सर्वे में भी विनोद चमोली की सीट खतरे में बताई गई है। पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी के बाद एक बार फिर से विनोद चमोली के लिए धर्मपुर सीट पर अपने दावेदारी धर्मसंकट में पड़ सकती है।
हालांकि विधायक विनोद चमोली ने इस मामले में अब तक चुप्पी साधी हुई है। विधायक का कहना है कि जो भी बात है, पार्टी फोरम में रखी जाएगी। मैं पार्टी का एक कार्यकर्ता हूं। अपनी बात पार्टी फोरम में ही रखूंगा और पार्टी अपने स्तर से इस मामले में कार्रवाई कर रही है।