जल्दी मिलेगी कोवैक्सीन को डब्लूएचओ की मंजूरी
नई दिल्ली। पिछले साल जब कोरोना महामारी देश में फैली, तो ही वैज्ञानिकों ने इसकी वैक्सीन पर काम शुरू कर दिया था। देश में अभी सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक वैक्सीन का उत्पादन कर रहा है। डब्लूएचओ ने सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दे दी थी, लेकिन भारत बायोटेक की ओर से डेटा में देरी की वजह से कोवैक्सीन की मंजूरी रूकी पड़ी थी। अब इसको लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत बायोटेक की ओर से जमा किए गए डेटा का विश्लेषण कर लिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि इसी हफ्ते कोवैक्सीन को मंजूरी मिल जाए।