सीएम की पत्नी सुनीता रावत के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी : सुभाष शर्मा
Uk Dinmaan
सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष शर्मा ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की शिक्षिका पत्नी सुनीता रावत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह सिर्फ हाईस्कूल पास हैं। उन्होंने कहा कि जब से सुनीता रावत नौकरी कर रही है तब से लेकर आज तक उनके वेतन की रिकवरी की जाये।
उन्होंने कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगें, उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुभाष शर्मा ने कहा कि 21 दिन पूर्व उन्होंने प्रदेश सरकार के मुखिया को चुनौती थी।
सुभाष शर्मा का कहना है कि 22 वर्षों से सुनीता रावत गलत प्रमाण पत्रों के माध्यम से शिक्षिका के रूप में कार्य कर रही है। उनका कहना है कि हाईस्कूल करने के बाद मध्यमा व उसके बाद शास्त्री का सर्टिफिकेट हासिल किया और बाद में किसी संस्थान से बीएड किया।
उनका कहना है कि जब आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना के एकएक पैरे में लिखा गया है कि यह व्यक्तिगत है और जिसका उल्लेख नहीं किया जा सकता है।
उनका कहना है कि लगातार जीरो टाॅलरेंस की बात की जा रही है लेकिन जीरों टाॅलरेंस है क्या, प्रदेश के मुखिया स्वयं ही अपने घर में घिरे हुए है ।
सुभाष शर्मा का कहना है कि वह लगातार कह रहे है कि सुनीता रावत के प्रमाण पत्र फर्जी है। उनका कहना है कि अगर उनके आरोप झूठे हुए तो वह पैर छूकर माफी मांग लेंगें, लेकिन जब तक इस मामले में कार्रवाई नहीं होती है वह लगातार इसके उठाते रहेंगें।
इस मामले में सीएम का हस्तक्षेप है ओर कुछ अधिकारी मिले है जो सही जानकारी को सार्वजनिक नहीं होने देना चाह रहे है। उनका कहना है कि मांगी गई सूचना असंवैधानिक रूप से रोका गया है और दूसरी बार सूचना मांगी गई है।
शिक्षिका सुनीता रावत को नियुक्ति से लेकर अब तक की नौकरी से मिले वेतन की रिकवरी की जानी चाहिए। उनका कहना है कि इस मामले की एसआईटी से जांच नहीं होती है तो वह कोर्ट की शरण लेंगें।