बंगाल सरकार से नहीं मिली हेलीकॉप्टर उतारने की मंजूरी, सीएम योगी ने किया रैली को फोन से संबोधित
UK Dinmaan
उत्तर प्रदेश के मुख्मयंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टर उतरने के लिए बंगाल सरकार ने मंजूरी नहीं दी। योगी आदित्यनाथ उत्तर बंगाल के बालुरघाट में रैली को संबोधित करने वाले थे। बंगाल सरकार की ओर से उनके हेलीकॉप्टर को उतरने न देने की मंजूरी न मिलने के बाद उन्होंने फोन के जरिए रैली को संबोधित किया। फोन पर रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुआ कहा कि बंगाल में जिस तरह से प्रशासन काम कर रहे है वह स्वीकार्य नहीं है। एक लोकतंत्र में ऐसा नहीं हो सकता।
सीएम योगी के हेलीकॉप्टर को उतरने की मंजूरी न मिलने के बाद उनके सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने कहा, ’ये यूपी सीएम की लोकप्रियता का ही असर है कि ममता बनर्जी ने हेलीकॉप्टर उतरने की मंजूरी तक नहीं दिया। योगी आदित्यनाथ के ऑफिस ने कहा कि बिना किसी पूर्व नोटिस के उनके हेलीकॉप्टर को उतरने की मंजूरी रद्द कर दी गई। यह दूसरी बार हुआ है कि बंगाल प्रशासन ने किसी भाजपा नेता के हेलीकॉप्टर को उतरने की मंजूरी देने से मना कर दिया।
जनवरी महीने में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के हेलीकॉप्टर को उतरने की मंजूरी नहीं दी गई थी। बंगाल प्रशासन ने कहा था कि जिस हैलीपेड पर शाह अपना हेलीकॉप्टर उतारना चाहते हैं। उस पर लैंडिंग की सुविधा नहीं है। उसके बाद अमित शाह को दूसरी हवाई पट्टी पर अपना हेलीकॉप्टर उतारना पड़ा।
बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पश्चिम बंगाल जीतने का सपना देखने से पहले अपनी – अपनी सीट के बारे में चिंता करना चाहिए।
ममता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘पश्चिम बंगाल में उनका कोई नेता नहीं है। वे लोग बाहरी लोगों को बुला रहे हैं, जिन्हें राज्य की संस्कृति और परंपरा के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वे लोग बाहरी हैं, जो चुनाव से पहले आते हैं और फिर चले जाते हैं। उनका पश्चिम बंगाल के लोगों से कोई संबंध नहीं है। क्या मोदी वाराणसी से जीत पाएंगे? मोदी को अपनी खुद की सीट के बारे में सोचना चाहिए. योगी आदित्यनाथ से अपने राज्य (उत्तर प्रदेश) को देखने कहें। पश्चिम बंगाल अपना ध्यान रखने में सक्षम है। उसे किसी बाहरी की जरूरत नहीं है।