उपचुनौ, मुख्यमंत्री मा “विकल्प हि विकल्प” छन . . .
10 मार्च 2021 खूंणि तीरथ सिंह रावत क प्रदेश का नै मुखिया बण्दैं हि यू त तय ह्वैग्यें छायी कि ऊंथैं अब 6 मैना क भितर मा विधानसभा क सदस्यता लिंण प्वाड़ली। बडु़ सवाळ त यू छायी कि मुख्यमंत्री कख बटि चुनौ ळाड़ळा। उन्न त प्रदेश मा मुख्यमंत्री खूंणि अपड़ि सीट छ्वड़न वळों की ळैन लग्गिं च। त दुसर तरफ गंगोत्री सीट विधायक गोपाळ रावत अर नैनीताल सीट डाॅ इन्दिरा हृदेशय क म्वरणा क बाद खाळी हूंईं च। गंगोत्री सीट बटि खबर च कि स्व. गोपाळ रावत क् कज्याणी वख बटि चुनौ लड़नक त्यरी मा च।
अब बात कर्या मुख्यमंत्री कि पसन्दक सीट, त वा च चौबट्टाखाळ। जै सीट मा भाजपा क भारी भरकम कैबिनेट मंत्री सतपाळ महाराज जम्यां छन। महाराज जी चौबट्टाखाळ सीट छ्वड़ना खूंणि पैळी बटि हि मना करणा छन। महाराज जी से पैळि बीरोंखाळ सीट बटि (जैमा चौबट्टाखाळ भी शामिळ छायी) अमृता रावत विधायक छायीं। सदै अमृता रौत अर महाराज जी द्विया मा बटि कुईं भि 2022 मा अब चुनौ लड़िन। महाराज जी अर अमृता रौत अपड़ि विरासत थैं अपणा नौंना क हाथौं मा देंण का त्यरी करणा छन। ईं ऊं बड़ु करण च महाराज जी चौबट्टाखाळ सीट छ्वड़न खूंणि त्यार नि छन।
हमथैं याद करण चैंद कि तीरथ सिंह रावत हि वु विधायक छन जौन सीटिंग विधायक रैंणा क बाद या सीट महाराज जी खूंणि छोड़ि छायी। जैकु इनाम तीरथ थैं पौड़ी लोकसभा सीट (जख बटि महाराज जी कबि सांसद छायी) पौड़ी मिळि ग्यायी। तीरथ सिंह रावतक ईं ईमानदारी क कारण हि भाजपा हाई कमान्न वुथैं एक बार दुबरा प्रदेशक कमान सौंप द्यायी। ईं कारण च कि वुथैं विधान सभाक सदस्यता लिंण प्वड़नी च। महाराज जी अपड़ा नौंना का मोह मा चाैबट्टाखाळ सीट छ्वड़ना खूंणि तैयार नि छन। जै कारण से तीरथ सिंह रावत थैं दुसर सीट ख्वजणीं प्वड़नी च।
इन्न मा मुख्यमत्री खूंणि भाजपा क गढ़ यमकेश्वर सबसे सुरक्षित सीट मन्ने जाणी च। जख अबि श्रीमती ऋतु खण्डूडी विधायक च। अर उन्न बि खण्डूड़ी जी अर तीरथ सिंह रावत म सियासी गुरू चेळा कु रिश्ता च। ऋतु खण्डूडी अपणि बुबा क् विरासत थैं अगनै बढ़ाणिच।
बात कर्या मुख्यमंत्री कख बटि चुनौ लड़दन। त मुख्यमंत्री मा ऑप्शन ही ऑप्शन छन। कैलिक खबर इन्न च कि मुख्यमंत्री खूंणि सीट छ्वडनक् विधायकों मा लैन लगीं च। जैमा भीमताल बटि राम सिंह कैड़ा, लैंसडाउन बटि दिलीप सिंह रावत, कोटद्वार बटि कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, यमकेश्वर बटि श्रीमती ऋतु खंडूरी, कर्णप्रयाग बटि महेंद्र भट्ट अर धर्मपुर से विनोद चमोली ने नाम शामिल छन। अर किळै न हो, सब्यौंकि आंखियाें मा पौड़ी लोक सभा सीट जू रिंगणीं च।
मुख्यमंत्री समणि बस एक ही चुनौती च अर वा च चुनाव आयोग। सबसे बडु़ सवाळ यों हि च कि क्या चुनाव आयोग कोरोना महामारी मा उप चुनाव करणा क स्थिति मा छैंच? किलैक 10 सितम्बर तक मुख्यमंत्री थैं विधानसभा सदस्या बण्णूं जरूरी च। अर यां खूणि हर हाळ मा अगस्त क मैना तक उप चुनौ हूंण चैंदि। जै से मुख्यमंत्री विधानसभा क सदस्य बण ज्यां।
मुख्यमंत्री मा एक औरि विकल्प यू भि च कि सितम्बर मा विधान सभा भंग कैरिक अगळि चुनौ तक कामचलाऊ मुख्यमंत्री बण्यां रैयां? लेकिन अबि सब अगनै क बाद च। फिळहाळ मुख्यमंत्री कख बटि चुनौ लड़दन या का ऊं मा विकल्प हि विकल्प छन । बस अब दय्खण वळी बात या च मुख्यमंत्री कन्नै फरकी क् अपणि चौकड़ी लगन्दन?