सरकार की हठधर्मिता से क्षुब्ध होकर आमरण अनशन पर बैठने का निर्णय लिया: गिरधारी लाल नैथानी
दून। डोईवाला में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अनुबंध निरस्त कराने की मांग को अखिल भारतीय किसान सभा ने अपना समर्थन दे दिया। अखिल भारतीय किसान सभा के जाहिद अंजुम सहित याकूब अली, शमशाद अली, मोहम्मद इकराम, अकरम अली और सरजीत सिंह ने यूकेडी की इस लड़ाई में अंतिम चरण तक साथ देने का संकल्प जाहिर किया। साथ ही समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता फुरकान अहमद और हाजी मोहम्मद इकबाल ने भी आंदोलन स्थल पर आकर समर्थन दिया।
वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड आंदोलनकारी तथा 90 वर्षीय बुजुर्ग गिरधारी लाल नैथानी ने भी 9 दिसंबर से आमरण अनशन का ऐलान कर दिया। नैथानी ने कहा कि जब उन्हें इस आंदोलन के बारे में पता चला तो वह भी इस आंदोलन को अपना समर्थन देने के लिए आए। उन्होंने कहा कि सरकार की हठधर्मिता से क्षुब्ध होकर उन्होंने 9 दिसंबर से आमरण अनशन पर बैठने का निर्णय लिया है जिसकी जानकारी उन्होंने सूचना उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भी भेज दी है।
उत्तराखंड क्रांति दल के विधानसभा प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री को ज्ञापन के माध्यम से जन भावनाओं से अवगत करा दिया गया है।
वहीं उपजिलाधिकारी डोईवाला ने नायब तहसीलदार को अनशनकारी के स्वास्थ्य से संबंधित आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। मेडिकल टीम ने आमरण अनशन पर बैठे उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय सचिव केंद्रपाल सिंह तोपवाल की मेडिकल जांच की तथा उनका वजन भी लिया गया।
इस अवसर पर यूकेडी जिला अध्यक्ष संजय डोभाल ने उप जिलाधिकारी के माध्यम से एक और ज्ञापन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भिजवा दिया है।
उत्तराखंड क्रांति दल के पदाधिकारी भी विभिन्न जिलों से आंदोलन को अपना समर्थन देने के लिए आने लगे पिछले दिनों उक्रांद के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी द्वारा धरना स्थल पर आकर आंदोलनकारियों का उत्साह बढ़ाया गया और अब यमकेश्वर विधानसभा प्रभारी शांति प्रसाद भट्ट, कर्णप्रयाग विधान सभा प्रभारी उमेश खंडूरी, केंद्रीय संगठन मंत्री संजय बहुगुणा ने धरना स्थल पर अपना समर्थन दिया।
इस अवसर पर जगदंबा प्रसाद भट्ट, कुमार सिंह पाठक सहित कांग्रेस के प्रदेश सचिव प्रदीप सहित, क्रिश्चियन समुदाय के बिशप थॉमस, भाजपा नेता रामेश्वर पांडेय, राम प्रसाद थपलियाल, अवतार सिंह बिष्ट, विमल गोसाई, राजेश तोपवाल, राजू तोपवाल, विनोद नेगी, विक्रम सिंह रावत, धर्मवीर जी गुसाईं, अशोक तिवारी आदि लगभग 60 से अधिक स्थानीय नागरिकों ने भी अपना समर्थन दिया।