बौत फैदामन्द च ‘नासपति’
नासपति बसगल्या फल च। नासपति कु बैज्ञानिक नौं पायरस (Pyrus) च अर अग्रेंजी मा पियर ब्वलें जान्द।
बस्गाळा दिनुमा हमर शरैल क रोग प्रतिरोधक क्षमता कम ह्वै जान्द। इन्न मा हमर शरैल मा कतगै बिमारि ह्वै जन्दिन। इल्लै बस्गाल क दिनुमा शरैल कु ध्यान देंण जरुरी ह्वै जान्द।
शरैल क प्रतिरोधक क्षमता बणौंणा खूंणि हमथैं बस्गाल मा हूंण वला फळु तैं जादा से जादा खाण चैंद। बस्गाल मा नासपति बौत जादा हून्दन अर नासपति कै बिमारियौं मा बौत फैदामन्द हून्द। नासपति हमर शरैल रोग प्रतिरोधक क्षमता तैं कटकुटु (मजबूत) बणौंण मा मदत करदि। नासपति खाण से खांसी, जुकाम जन्नि बिमारि नीं हूंदि। त आवा जन्णदा छौं कि नासपति हम खूंणि कतगा फैदामन्द हून्द –
थकौट दूर करदि –
नासपति खाणा हमरु शरैल मा जु ग्लूकोज हूंद वु तागत (ऊर्जा) मा बदलि ह्वै जान्द। जब बि हमतैं काम कैकि खैरि (थकान) आन्द त नासपति खाण से झट्ट शरैल तैं तागत मिलि जान्द अर शरैल मा औंण वलि खैरि खतम ह्वै जान्द।
आंतु खूंणि फैदामन्द –
रोजना नासपति कु जूस पींण से आंतु मा जु बि खराबी ह्वै वा ठीक कर्यें जै सकदि। नासपति कु जूस पींण से कफ अर गौळ क खराश बि ठीक ह्वै जान्द।
उस्यूं (सूजन) शरैल तैं ठीक करदु
नासपति कू जूर अर्थराइटिस क मरीजु खूंणि बौत फैदामन्द हूंद। नासपति उस्यूं शरैल तैं ठीक करदि।
हड्कों तैं कटकुटु बणौंद –
नासपति मा बोरोन हून्द अर बोरोन हमर हड्कों मा कैल्शियन तैं बण्यें कि रखदु। इल्लैं हमथैं नासपति खाण चैंद यां से आस्टियोपोरोसिस कु खतरा नीं हूंदू।
कोलेस्ट्रॉल मा रामबाण –
नासपति मा पैक्टिन हूंद जु शरैल मा फाइबर रक्त कोलेस्ट्रॉल अर सेलूलोज तैं बण्यें कि रखदू।
मधुमेह –
नासपति मा मधुमेह क मरीजु खूंणि एक दवै कु काम करदु। नासपति खाण से मिट्ठु खाण ज्यूं नीं ब्वलदू।