जैमा मूल निवास प्रमाण पत्र च वैमा अब स्थाई निवास प्रमाण नीं मांग्ये जालु
देरादूण। मुख्यमंत्री धामी न मूल निवास प्रमाण पत्र तैं नी मनण वलों पर सखत कारवै कै अर नै बन्दबस्त कै दे। अब प्रदेस मा जैका बि मूल निवास प्रमाण पत्र बण्यां छन, वुतैं अब स्थाई निवास प्रमाण पत्र बणौंणा के जरुरत नीं होलि। ऊंका पूरण मूल निवास प्रमाण पत्र ही मन्यें जाला। मूल निवास पर मुख्यमंत्री कु यु एक बौत बडु फैसला च।
ये फैसला म सचिव विनोद कुमार सुमनन आदेश जारी कै याली। ऐ आदेश क तहत अब प्रदेसा जै बि रैवसी म मूल निवास प्रमाण पत्र बण्यां छन, वैमा बटि अब क्वीं बि विभाग स्थाई निवास प्रमाण नीं मांगला। सरकरि नौकरि, सरकरि योजनौं म मूल निवास प्रमाण पत्र हि मन्यें जालु।
बतै दियां कि अबि तक सरकरि विभागु म मूल निवास प्रमाण पत्र हूंणा बाद स्थायी प्रमाण पत्र मंग्यें जाण छायी। जै फर मुख्यमंत्री धामीन संज्ञान ल्यायी। मुख्यमंत्री क् ठरठरु हूंणा बाद सचिव सामान्य प्रशासनक तरफि बटि आदेश जारी ह्वैग्ये।ं मुख्यमंत्री क ऐ फैसला न मूल निवासियौं तैं अपणि पछ्याण दे द्यायी। जै खूंणि प्रदेसा रैवासी 23 साल बटि जग्वाल करणा छायीं। नवम्बर 2001 कु एक आदेश न प्रदेस मा मूल निवास प्रमाण पत्र बणणा बन्द ह्वैग्यें छायीं। यांका बाद प्रदेसा मा सरकरि नौकरियों , सरकरि योजनौं मा मूल निवास प्रमाण पत्र कु प्रावधान हि खतम ह्वैग्यें छायीं। स्थाई निवास प्रमाण पत्र ही वैध छायीं। यीं वु कारण छायीं कि मूल निवास प्रमाणा पत्र क जगा मा सबि विभाग स्थायी निवास प्रमाण पतर हि मंगणा छायीं।