भगवान बदरीनाथ क पाट ह्वैग्यींन बन्द
देरादूण। गंगोत्री, यमनोत्री अर केदारनाथ धाम क बाद आज छंचर खूंणि भगवन बदरीविशाल पाट बि ह्यूंद मैना खूंणि बन्द ह्वैग्यीन।
मंदिर बंद हूंण प्रक्रिया पैलि सुरू ह्वैग्यें छायीं अर आज 3 बजिकि 33 मिनट पर वैदिक परंपर, मंत्रोच्चार क दगड़ि भगवान बदरीविशाला पाट बन्द ह्वैग्यींन। यांक दगड़ि आज चारधाम जातरा कु समापन बि ह्वैग्यें।
बीकेटीसी क मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ न बतै कि पंच पूजा क बाद आज छंचर खूंणि रावल न ब्यटुला कु वेष धारण कैकि माता लक्ष्मी तैं बदरीनाथ मदिर क गर्भ मा विराजमान कायी। यांका बाद उद्धव जी अर कुबेर जी तैं मंदिर प्रांगण मा ल्हैं ग्यायी, जैका बाद दुफरा मा 3 बजिकि 33 मिनट पर धाम क कपाट बन्छ कर्यें ग्यीन।
बीकेटीसी क अध्यक्ष अजेंद्र अजय न बोलि कि बदरीनाथ धाम क पाट बंद हूंणा क प्रक्रिया क तहत शुक्रवार खूंणि माता लक्ष्मी क पूजा कैकि ऊंतै बदरीनाथ मंदिर क गर्भगृह मा विराजमान हूंणा खूंणि गडूणा (आमंत्रण) दे छायीं। धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल अर वेदपाठी रविंद भट्ट अर लक्ष्मी मंदिरा पूजरियौं न माता लक्ष्मी क पूजा कायी अर ऊंथैं भोग लग्यें। आज बदरीनाथ धाम क पाट ह्यूंद क मैना खूंणि वैदिक परंपर, मंत्रोच्चार क दगड़ि भगवान बदरीविशाला पाट बन्द ह्वैग्यींन।
ऐ मौका फर बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, दिनेश डिमरी, श्रीराम डिमरी, विपुल डिमरी, विवेक थपलियाल बि छायीं।