आरोग्य सेतु ऐप नहीं करता आपकी जासूसी

कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप तैयार किया है। सरकार द्वारा सभी मोबाइल यूजर्स को आरोग्य सेतु ऐप इस्तेमाल करने की हिदायत दी जा रही है। वहीं ऐप को लेकर अनेक भ्रांतियां सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाई जा रही है।

सोशल मीडिया में भ्रांति फैलाई जा रही है कि आरोग्य सेतु ऐप से उपभोग्ता की निजता खतरे में है। आरोग्य सेतु एक जासूसी करने वाला ऐप है जिसके जरिए उपभोक्ता पर नजर रखी जाती है। उसके जवाब में सरकार एक वीडियो जारी किया गया है। वीडिया के माध्यम से ऐप के बोर में सही व पूरी जानकारी दी गई है कि आरोग्य सेतु ऐप को इस्तेमाल करना सुरक्षित है साथ ही उपभोक्ता का निजी जानकारी को कोई खतरा नहीं है।

वीडियो में ऐप जानकारी दी गई
वीडियो में ऐप के फंक्शन्स के बारे में भी बताया गया है। वीडियो के अनुसार जब भी कोई यूजर दूसरे रजिस्टर्ड डिवाइस के नजदीक आता है, तो यह ऐप यूजर के फोन में एनक्रिप्टेड सिग्नल के जरिए डेटा को स्टोर कर लेता है। अगर किसी स्थिति में आपके संपर्क में आया हुआ यूजर थोड़े दिनों बाद कोरोना पॉजिटिव मिलेता है, तो यह ऐप आपको इसकी जानकारी, कोविड-19 संक्रमण होने के खतरे और सुरक्षा उपायों के बारे में बताएगा।

सोशल मीडिया के दावों को बताया फर्जी
वहीं सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप से उपभोक्ता की जासूसी करने वाली खबरों और दावों को पूरी तरह से फर्जी बताया है। इतना नहीं, प्रेस इन्फर्मेशन ब्यूरो (PIB) के फैक्ट चेक में भी इन दावों में कोई दम नहीं मिला।

30 दिनों डेटा स्वतः ही समाप्त हो जाता है
जहां तक आपके डेटा की सुरक्षा की बात है तो इस ऐप में स्टोर डेटा 30 दिनों के बाद खुद से डिलीट हो जाता है। वीडियो में बताया गया है कि भारत सरकार के अलावा यूजर के डेटा को किसी और के साथ शेयर नहीं किया जाता। वीडियो में बताया गया है कि यह ऐप हर डिवाइस को एक यूनिक आईडी देता है। इसका ऐक्सेस केवल सरकार के पास होता है। वहीं वीडियो में साफ कहा गया है कि डिवाइस आईडी के अलावा भविष्य में सर्वर के साथ कोई पर्सनल जानकारी शेयर नहीं होगी।

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