अजय भट्ट के गैरसैंण विरोधी बयान पर पूर्व सैनिकों ने जताया आक्रोश, संघर्ष स्थल पर आकर सौंपा विरोध पत्र
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देहरादून। पूर्णकालिक राजधानी गैरसैंण बनाने को लेकर संघर्ष स्थल (परेड ग्राउंड) पर चल रहा धरना कार्यक्रम आज 69वें दिवस में प्रवेश कर गया। ‘गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के तत्वावधान में चल रहे धरना कार्यक्रम में आज उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के प्रमुख पूर्व सैनिक संगठन उत्तराखंड पूर्व सैनिक अर्द्ध सैनिक संयुक्त संगठन ने गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के संघर्ष स्थल पर जारी धरना पर आकर संगठन का पत्र सौंपा। जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को गैरसैंण संबंधी राजनीतिक बयान की कड़ी भर्त्सना की गई है।
उत्तराखंड पूर्व सैनिक अर्द्ध सैनिक संयुक्त संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व नौ सेनाधिकारी और चीफ ई.आर.ए माधवानंद बंदूनी द्वारा सौंपे गए इस पत्र में रुलिंग पार्टी के नेता को बयान को बेहद निराशाजनक और घातक बताया गया है। उत्तराखंड पूर्व सैनिक अर्द्ध सैनिक संयुक्त संगठन का कहना है कि जहाँ सभी आंदोलनकारी, सामाजिक संगठन और अधिसंख्य जनता गैरसैंण के लिए संघर्षरत है, अजय भट्ट का बयान गैरजिम्मेदारना है। पूर्व सैनिक संगठन ने यहाँ पर आकर पत्र द्वारा कहा कि अजय भट्ट का बयान दिखाता है कि राजनीतिक दल गैरसैण को कितना गौण समझ रहे हैं जबकि राजधानी गैरसैंण उतना ही महत्व रखता है जितना कि स्वयं राज्य निर्माण।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान को पहाड़ विरोधी, जन विरोधी और उत्तराखंड राज्य अवधारणा विरोधी बयान करार देते हुए उनसे अपने बयान को वापस लेने व प्रदेश निर्माण के आंदोलनकारियों और संघर्षशील जनता से माफी मांगने को कहा है।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने कहा है कि भाजपा अध्यक्ष सन् 2015 विधानसभा चुनाव से पूर्व के अपने उन बयानों को देखें जिसमें वह गैरसैंण के पक्ष में बोलते रहे थे और स्पष्टीकरण दें कि क्या प्रदेश की जनता को मूर्ख बनाया जाता रहा है।
धरना में उपस्थिति देने वालों में पूर्व नौ सेनाधिकारी और चीफ ई. आर. ए माधवानंद बंदूनी, इंजीनियर आनंदप्रकाश जुयाल, मनोज ध्यानी, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल (मु. सं.), श्रीमती सुमन डोभाल काला, संजय थपलियाल, सुभाष रतूडी, हर्ष मैंदोली, डाॅ. हरीश मैखुरी आदि सम्मिलित रहे।