कारवै त द्वियां फर हूंण चैंद, ना कि एक तरफौं
विधानसभा मा नौकरि बटि भैर कर्यां कर्मचारियों क उमेद थैं सुप्रीम कोर्ट तोड़ि दें। सुप्रीम कोर्टन उंकी याचिका फर सुण्यें करण से मना कै द्यायी अर ऊंकी याचिका थैं खारिज कै द्यायी। जैका बाद विधानसभा मा पिछनैं क द्वार बटि लग्यां कर्मचारियौं क विधानसभा मा अब दूबरा नौकरि करणा क आस टुट ग्यायीं।
विधानसभा अध्यक्षा ऋतु खण्डूडी न विधानसभा मा नियम तोड़िक नौकरि फर लग्यां 228 कर्मचारियों थैं भैर कै दे छायीं। जैका विधानसभा बटि निकल्यां कर्मचारी हाईकोर्ट मा चलिग्यीं। हाईकोर्टक न विधानसभा अध्यक्षा कु फैसळ थैं सै बतै। जैका बाद नौकरि बटि भैर कर्यां कर्मचारियौंन सुप्रीम कोर्टक डबल बैंच मा एसएलपी दायर कायी। जै फर सुप्रीम कोर्ट सूण्यें करण से मना कै दे अर उंकी याचिका थैं खारिज कै द्यायी।
अब इन्न मा या बात त सै साबित ह्वैंग्यें कि विधानसभा मा लग्यां 228 कर्मचारी गलत तरौं न नियम तोड़िक नौकरि फर लग्यां छायीं।
सुप्रीम कोर्टक फैसळा क बाद विधानसभा अध्यक्षा अर सरकार ब्वलणी च कि 228 कर्मचारियों थैं भैर करणा कु हमरू फैसळा सै छायीं। जै फर अब सुप्रीम कोर्ट कु टप्पा भि लगिग्यें।
यांका बाद सरकार फर अब यु सवाल खड़ा हूंणा छन बल नौकरि करण वळा त भैर ह्वैग्यी पर नौकरि देंण वळों फर कारवै कब ह्वैळी? आखिर नौकरि करण वळौं से जादा अर असली दोषी त नौकरि देण वळु हि छन। जैका कारण 228 कर्मचारियौं कु भवैष्य अन्धरू मा ह्वैग्यें।
प्रेमचन्द्र अग्रवाल आज प्रदेस मा संसदीय कार्य मंत्री, शहरी विकास अर वित्त मंत्रीक कुर्सी मा ठाट से बैठ्या छन आंखा घुर्यांणा छन। इन्न मा अब सरकार क जिम्मेबरि च कि प्रेमचन्द्र अग्रवाल थैं कुर्सी बटि भुंय्यां उतरें ज्यां अर पैल्यक विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल अर अग्रवाल फर भ्रष्टाचारा क कानूनी कारवै कैकि ऊथैं सजा दियें जाण चैंद।
सरकार थैं चैंद कि राज्य बणणा क बाद विधानसभा मा जतगा भि भर्ति नियम तोड़िक पिछनैं क द्वार बटि हूंयीं छन, उंकी जांच अर जगता भि गलत तरौं विधानसभा मा नौकरि लग्यां छन उ फर ही ना बल्कि नौकरि देंण वळों द्वियौं फर कानूनी कारवै हूंण चैंद अर सरकारि रुप्यौं क वसुली हूंणि चैंद कलैकि यु एक तरौं कु भ्रष्टाचार हि च।
सुप्रीम कोर्टक फैसळा क बाद अब या साफ ह्वैग्यें कि विधानसभा मा भर्ति हमरा माननीयौं कु हि कसूर च, जौन अपड़ा-अपड़ौं थैं नौकरि मा लग्यें अर प्रदेसाक लाखौं बेराजगार अर काबिल नौनियाळु तैं छकौंणा (छलना/धोका) कु काम कायीं।