विपक्ष भि ह्वै सीएम धामी कु कायल
देरादूण। उत्तराखण्ड क पांच दिन कु मानसुन सत्र मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खूंणि बौत भळु रायीं। पैळि दिन बटि अर आखिर तक मुख्यमंत्री बौत अच्छी बैंटिंग कायी। उन्न केवळ विपक्ष क हर वार थैं नाकाम कायी बल्कि सदन मा हि कईं जरूरी फैसळा भि लीं। पैळि उन्न 5762 करोड़ रुपयों का अनुपुरक बजट पेस कायी। विपक्ष थैं सम्मान मिलण कारण विपक्ष भि मुख्यमंत्री कु कायळ ह्वै ग्यायी। पांच दिनक सत्र मा कईं मौका इन्न ऐईं कि विपक्ष न भि मुख्यमंत्री के जिकुड़ि खोळिक गुणगान कायी। विधानसभा क पांच दिनक सत्र मा मुख्यमंत्री धामी कु यू पैळू अर अन्तिम सत्र च। इन्न मा धामी पर चुनौ से पैळि काम करणा कु दवाब छायी। लेकिन मुख्यमंत्री अपणि इच्छाशक्ति अर काम करणा चुनौति थैं स्वीकार कायी।
सदन मा धामी न ग्रेड पे का मामळा मा पुलिस वळों क बाराम ब्वाळ कि ऊंक दगड़ा मा अन्याय नि ह्वाळु। त एक झटका मा उन्न नंदा गौरा कन्याधन योजना क् करीब 33 हजार नौंनियों थैं 50 करोड़ रुप्यां दिणा कु ऐळान कैरि द्यायी। राज्य क तीन लाख कर्मचारियों अर पेंशनर्स थैं 11 प्रतिशत डीए बढ़ाणा मा कुई देर नि कायी।
इतगा हि न उन्न बिजली उपभोक्ताआंे। थैं बिल मा फिक्स्ड अर देर मा बिल जमा करणा पर प्वड़न वळा रूप्यों थैं माफ कैरि द्यायी।
सत्र मा जादा से जादा बगद अर बैठकों पर ऊंकी नजर राईं। सदन का भितर अर भैर उन्न विपक्ष क हर बात थैं पूरू सम्मान द्यायी। अपणि मांगौं थैं लेकैकि कभि साइकल मा पोस्टर अर नारा लग्यें कि सदन मा धरना पर बैठ्यां विपक्षी विधायकों क हर बात पर मुख्यमंत्रीन गम्भीरता दिखें अर उन्नकी मांगु थैं पैळि पूरा करणा क निर्देश भि दीं।
इन्नों उत्तराखण्ड मा पैळि बार ह्वै जब मुख्यमंत्री न इन्न पहळ कायी। धामी पैळि बार मुख्यमंत्री क जिममेदारि सम्भळणा छन पर यू ऊंकु पैळि सत्र च लेकिन सत्र मा कब्बि भि उंकु आत्मविश्वास अर अनुभव मा कखि भि कुई कमी कथैं नजर नि आयीं।